साल में वैसे तो कुल चार नवरात्रि पड़ती है लेकिन शारदीय नवरात्रि बेहद ही खास है जो कि अश्विन मास में आती है।
इस बार नवरात्रि 15 अक्टूबर से शुरू हो रही हैं, जो 24 अक्टूबर को समाप्त हो जाएगी।
“नवरात्रि” – शब्द दो शब्दों का संयोजन है- नवा (अर्थ नौ) और रात्री (अर्थ रात)। नौ रातों और नौ दिनों को नवरात्रों के रूप में मनाया जाता है।
यह मनाने का खास कारण है कि इस वक्त देवी दुर्गा द्वारा महिषासुर का वध किया गया था जिसका जश्न मनाया जाता है।
गुजरात और मुंबई में, नवरात्रि की हर रात को गरबा नृत्य किया जाता है जो बहुत प्रसिद्ध है।
नवरात्रि के दिनों में अगर आपको सपने में सफेद सांप दिखाई देता है तो यह बहुत ही शुभ होता है। इससे लक्ष्मी की कृपा होती है।
अगर कोई कन्या आपको नवरात्रि के दिनों में सिक्का देती है तो यह बहुत ही शुभ माना जाता है , इससे धन का लाभ होता है।
हिन्दू ग्रन्थों में वे शिव की पत्नी पार्वती के रूप में वर्णित हैं, जिन्हें दुर्गा का 8वां रूप गौरी कहा जाता है।
वेदों में तो दुर्गा का व्यापाक उल्लेख है, किन्तु उपनिषद में देवी “उमा हैमवती” का वर्णन है।
पुराण में दुर्गा को आदिशक्ति माना गया है। इसी आदि शक्ति देवी ने ही सावित्री , लक्ष्मी और पार्वती के रूप में जन्म लिया और उसने ब्रह्मा, विष्णु और महेश से विवाह किया था।