करवा चौथ का व्रत प्रत्येक विवाहित महिला के लिए एक विशेष दिन होता है। यह व्रत पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना के लिए रखा जाता है।
जो महिला पहली बार करवा चौथ का व्रत रख रही हैं, उनको सही तैयारी और विधियों को जानना बेहद आवश्यक है। तो आइए जानते हैं कुछ जरूरी बातें।
सरगी एक महत्वपूर्ण भोजन होता है, जो व्रत शुरू करने से पहले सूर्योदय से पूर्व खाया जाता है। इसमें सूखे मेवे, फल, और हल्का भोजन शामिल होता है ताकि दिनभर आपको ऊर्जा मिलती रहे।
करवा चौथ के दिन पारंपरिक परिधान धारण करना चाहिए। सुंदर साड़ी या लहंगा पहनें और हल्का श्रृंगार करें। साथ ही पूजा सामग्री में करवा (मिट्टी का घड़ा), चंदन, धूप, दीपक और मिठाई को पहले से तैयार रखें।
भगवान गणेश की पूजा के बाद चंद्रमा की पूजा की जाती है। जब चंद्रमा निकले तब छलनी से चंद्र दर्शन कर अपने पति को देखकर व्रत खोलें। इसके लिए पहले से छलनी, दीपक और पानी का पात्र तैयार रखें।
चंद्रमा के दर्शन के बाद पति के हाथ से पानी पीकर और मिठाई खाकर व्रत तोड़ें। व्रत तोड़ने के बाद हल्का और पौष्टिक भोजन लें जिससे शरीर सामान्य अवस्था में आ सके।
व्रत के दिन अधिक शारीरिक मेहनत कार्य करने नहीं करना चाहिए, पूरा दिन शरीर को आराम दें ताकि आप ऊर्जा बचा सकें और पूजा विधि को अच्छे से कर सकें।