कार्तिक मास का समापन होने में कुछ समय ही शेष रह गए हैं। 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के साथ ही कार्तिक माह खत्म हो जाएगा।
शास्त्रों के मुताबिक कार्तिक माह को बहुत ही शुभ और महत्वपूर्ण बताया है। कहा जाता हैं कि इस महीने में कुछ खास उपाय करने से बहुत लाभ होता हैं।
कार्तिक मास में देर तक न सोये। सुबह सूर्योदय से पहले उठे और सबसे पहले स्नान के बाद भगवान या ईष्टदेव को प्रणाम करना चाहिए।
कहा जाता है कि कार्तिक माह में ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करना अति उत्तम होता है। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है।
कार्तिक मास में ब्रह्मचर्य का पालन करने से भी अच्छा परिणाम मिलता हैं। तन-मन दोनों से सात्विकता के साथ भगवान के नाम का करना चाहिए।
कार्तिक माह की पूर्णिमा तक लहसुन-प्याज जैसी तामसिक चीजों को सेवन नहीं करना चाहिए। मांस या शराब जैसी चीजों वर्जित करना चाहिए।
कार्तिक पूर्णिमा पर क्रोध, अहंकार या अपशब्दों करना चाहिए और सुबह-शाम घर के बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लेना चाहिए।
कार्तिक मास में घर के द्वार पर आए किसी भी व्यक्ति को खाली हाथ न भेजें उन्हें कुछ न कुछ दान-दक्षिणा अवश्य देना चाहिए।