बॉलीवुड अभिनेता मनोज बाजपेयी 54 साल के हो गए हैं। उनका जन्म नेपाल सीमा के पास, बिहार के बेलवा गांव में 23 अप्रैल 1969 को हुआ था। 

मनोज अब बॉलीवुड में जाना-माना नाम बन चुके हैं लेकिन एक दौर ऐसा था जब स्ट्रगल से परेशान होकर उनके मन में सुसाइड के ख्याल आने लगे थे।

मनोज बाजपेयी ने अपने स्ट्रगल के दौर को याद करते हुए इस बात का खुलासा करते हुए कहा था,‘मैं किसान का बेटा हूं, बिहार के गांव में अपने पांच भाई-बहनों के साथ पला-बढ़ा।

हम साधारण जिंदगी जीते थे लेकिन जब भी शहर जाते तो थिएटर जरूर जाते थे। मैं अमिताभ बच्चन का फैन था और उनकी तरह बनना चाहता था। 9 साल की उम्र में ही मैं जानता था कि मुझे एक्टिंग करनी है।

17 साल का हुआ तो दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। मैंने थिएटर करना शुरू किया लेकिन परिवार को इसके बारे में कोई आइडिया नहीं था। मैंने पिता जी को एक लैटर लिखा। वो गुस्सा नहीं हुए और मुझे 200 रु. भेजे

'मैं आउटसाइडर था और नए माहौल में एडजस्ट करने की कोशिश कर रहा था। मैंने इंग्लिश सीखी। फिर मैंने एनएसडी में अप्लाई किया लेकिन तीन बार रिजेक्ट हुआ।

मैं सुसाइड करने के करीब था तो मेरे दोस्त मेरे पास ही सोते थे और मुझे अकेला नहीं छोड़ते थे। उसी साल मैं एक चाय की दुकान पर खड़ा था तो तिग्मांशु धूलिया मुझे ढूंढते हुए अपनी खटारा स्कूटर पर आए।

मनोज आगे बोले, ‘मेरा चेहरा हीरो के लिए फिट नहीं होता था तो लोगों को लगता था कि मैं कभी बड़े परदे पर जगह नहीं बना पाऊंगा। चार साल स्ट्रगल करने के बाद मुझे महेश भट्ट की टीवी सीरीज में रोल मिला। एक एपिसोड के लिए मुझे 1500 रु. मिलते थे।