इंदौर की नंदानगर पिंक फ्लावर स्कूल में पढ़ने वाले मृदुल पाल ने 10 वीं में टाॅप किया है।
मृदुल कि मां ने बताया कि, मृदुल कभी कोचिंग नहीं गया है। वह स्कूल से पढ़ाई के बाद घर पर पढ़ाई करता था।
मृदुल को जो नहीं आता था, तब वो अपने बड़े भाई की मदद लेता था।
परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। मृदुल के पिता यशवंत क्लब में स्विमिंग पूल इंचार्ज है, जबकि मां सिलाई का काम करती है।
मृदुल पाल ने 98.8% प्रतिशत अंकों के साथ प्रदेश में टॉप किया।
मृदुल पाल का कहना है कि 11वीं में पीसीएम लेकर आगे की पढ़ाई करूंगा। मृदुल सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहता है।
मृदुल ने बताया कि उसे उमीद थी कि रिजल्ट अच्छा रहेगा और प्रदेश की मेरिट में टॉप फाइव में जगह बना लूंगा। साल भर नियमित रूप से पढ़ाई की।
चैप्टर के अनुसार रणनीति बनाई घंटों को कभी महत्त्व नहीं दिया। कभी एक घंटे तो कभी दिनभर पढ़ता था। एग्जाम के पहले सुबह रिवाइज जरूर करता था।