भारत में जब मानसूनी हवाएं दक्षिण-पश्चिम तट पर पश्चिमी घाट से टकराती हैं, तो देश में बारिश होती है।
भारत में मार्च से मई तक प्री मानसून रहता है। इस दौरान जब बारिश होती है तो उसे प्री मानसून माना जाता है, वहीं, जब सितंबर के बाद बारिश होती है, तो उसे पोस्ट मानसून कहा जाता है।
जैसे इस वर्ष चक्रवात तूफान बिपारजॉय की वजह से मानसून प्रभावित हुआ है और तय तिथि से देरी से भारत पहुंचा है।
उत्तर-पश्चिम, उत्तर-पूर्व और दक्षिण-पूर्वी भारत में कई जगहों पर सामान्य से कम बारिश होने की उम्मीद है।
इस साल मानसून के सामान्य रहने के पूर्नानुमान के बीच जुलाई के शुरुआती आठ दिनों में देश के ज्यादातर हिस्सों में अच्छी बारिश हुई है।
हालांकि मौसम विभाग ने यह भी बताया है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में होने वाली बारिश के आंकड़ों में काफी भिन्नता है।
यह आमतौर पर होने वाली बारिश 239.1 मिमी से 2 प्रतिशत अधिक है।
देश के उत्तर पश्चिम भारत में शनिवार से हो रही लगातार बारिश ने कई हिस्सों में सर्वकालिक रिकॉर्ड बना दिया है।