हिंदू धर्म में शादी-विवाह तय करने से पहले वर-वधु की कुंडली मिलान की जाती है।
शादी से पहले वर-वधु की कुंडली मिलान में 36 गुणों को भी मिलाया जाता है।
अष्टकूट पद्धति में 36 गुणों में नाड़ी के 8 गुण, भकूट के 7, गण मैत्री के 6 गुण, ग्रह मैत्री के 5, योनि मैत्री के 4, ताराबल के 3, वश्य के 2 और वर्ण के 1 गुण का मिलान किया जाता है।
आज हम आपको बताएंगे कि वर-वधु के कितने गुण मिलना शुभ माना जाता है।
अगर लड़का-लड़की के 18 से 25 गुण मिलते हैं, तो ऐसा विवाह अच्छा माना जाता है।
अगर वर-वधु के 18 से कम गुणों का मिलान होता है, तो मान्यता है कि ऐसी शादियों का खुशहाल होना कम संभव होता है।