बस्तर पैलेस- जिसे जगदलपुर पैलेस के नाम से भी जाना जाता है, 19वीं शताब्दी के अंत में बनाया गया था। इस महल का निर्माण बस्तर रियासत के शासकों के संरक्षण में किया गया था।
कांकेर पैलेस- छत्तीसगढ़ का एक और महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थान है जिसका निर्माण शुरुआत में 20 वीं शताब्दी में किया गया था। मूल रूप से राधानिवास बगीचा के नाम से जाना जाने वाला यह महल बाद में वर्ष 1937 में दोबारा बनाया गया था।
भोरमदेव मंदिर- एक ऐसी जगह है जिसे आप बिल्कुल भी मिस नहीं कर सकते। 7वीं से 11वीं शताब्दी के बीच निर्मित भोरमदेव मंदिर को कई लोग छत्तीसगढ़ का खजुराहो कहते हैं।
कवर्धा पैलेस- यह महल मैकल पर्वतमाला पर समुद्र तल से 941 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इसका निर्माण 1930 के दशक में किया गया था और उस समय महल के निर्माण के लिए पत्थरों और संगमरमर का उपयोग किया गया था।
लक्ष्मण मंदिर- भारत के बेहतरीन ईंट मंदिरों में से एक है। यह शहर के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है और इसमें बहुत पारंपरिक और जातीय अपील है।
कुटुमसर केव्स एंड कैलाश गुफा- ये गुफाएँ छत्तीसगढ़ के खूबसूरत ऐतिहासिक स्थान हैं जो तीरथगढ़ झरने के निकट घने जंगलों के बीच स्थित हैं। ये गुफाएं दुनिया की सबसे लंबी प्राकृतिक गुफाओं की सूची में दूसरे स्थान पर हैं।
रतनपुर किला- खासकर पर्यटन की दृष्टि से इस किले का काफी महत्व है। रतनपुर किला एक पुराना भारतीय किला है जिसके निर्माण की सही तारीख अभी भी एक रहस्य है।