प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 अगस्त को गुजरात के कच्छ में निर्मित 'स्मृति वन' जनता को समर्पित करेंगे. यह संग्रहालय 26 जनवरी, 2001 को कच्छ में भूकंप के दौरान अपनी जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि है.
स्मृति वन का निर्माण एक संग्रहालय के रूप में किया गया है, कच्छ में भुजियो डूंगर को स्मृति वन की स्थापना के लिए स्थल चुना गया था, जो 470 एकड़ भूमि में फैला हुआ है.
2004 में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने, भूकंप में जान गंवाने वाले प्रत्येक पीड़ित के नाम पर एक पेड़ लगाने का विचार किया था, जो अब साकार हो गया है
इस स्मारक में सभी 13,805 पीड़ितों के नाम और उनकी यादों में इतने ही पेड़ लगाए गए हैं. संग्रहालय को कथित तौर पर 300 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है.
इस संग्रहालय में एक भावनात्मक अनुभवात्मक स्थान होगा जो आगंतुकों को भूकंप का अनुभव प्रदान करेगा.
संग्रहालय में एक स्थायी प्रदर्शनी होगी जिसमें भूकंप, भूकंप से बचाव अभियान, उससे होने वाले नुकसान, पुनर्निर्माण और बुनियादी सुविधाओं की बहाली के कई पहलुओं की विशेषता होगी.
26 जनवरी 2001 को, भूकंप ने गुजरात को तबाह कर दिया था, विशेष रूप से कच्छ में भुज में साल 2002 में 13,805 लोगों ने जान गंवा दी थी.
स्मृतिवन बनकर तैयार है और अब पीएम मोदी की बाट जोह रहा है, जब पीएम मोदी इसका उद्घाटन 28 अगस्त को करेंगे और यह आम जनता को समर्पित करेंगे.