गुगली क्रिकेट में एक प्रकार की गेंदबाजी है, जिसमें गेंदबाज गेंद को ऐसे फेंकता है कि वह ऑफ स्पिन या लेग स्पिन की तरह लगती है।
लेकिन वास्तव में वह गेंद सीधी जाती है या उसकी दिशा बदल जाती है। इससे बल्लेबाज को भ्रम होता है और वह गलत शॉट खेलने की संभावना बढ़ जाती है।
गुगली की खास बात यह है कि गेंदबाज इसे ऐसे फेंकता है कि बल्लेबाज को लगे कि गेंद ऑफ स्पिन या लेग स्पिन होगी, लेकिन गेंद वास्तव में सीधी जाती है या उसकी दिशा बदल जाती है।
बाएं हाथ के लेग-स्पिनर भी गुगली फेंकते हैं। उनका एंगल दाएं हाथ के स्पिनर के मुकाबले एकदम उल्टा होता है।
पिच की लाइन में गुगली के अप्रत्याशित घुमाव के कारण बल्लेबाज अक्सर गच्चा खा जाते हैं, क्योंकि क्रिकेटर मानसिक तौर पर परंपरागत तरीके से खेलने के लिए तैयार होते हैं।
एक गेंदबाज को गुगली को प्रभावी बनाने के लिए इसका प्रयोग कम मात्रा में करना चाहिए। जिससे बल्लेबाज समझ न जाए।
गुगली का आविष्कार दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज पॉल एडम्स ने किया था और इसे पहली बार 1990 के दशक में देखा गया था। तब से यह गेंदबाजी की एक लोकप्रिय तकनीक बन गई है।