पुराण की इस कथा में बताया गया है कि आखिर गणेश प्रतिमा का विसर्जन पानी में क्यों होता है
ब्रेक फैल होने पर क्या करें?
विश्वनाथ प्रताप सिंह
हर साल गणेश चतुर्थी की शुरुआत चतुर्थी तिथि से होती है और समाप्ति अनन्त चतुर्दशी के दिन होती है।
ब्रेक फैल होने पर क्या करें?
विश्वनाथ प्रताप सिंह
17 सितम्बर मंगलवार के दिन चतुर्दशी तिथि में धूम-धाम से बप्पा को विदा
किया जाएगा।
ब्रेक फैल होने पर क्या करें?
विश्वनाथ प्रताप सिंह
अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान गणेश की प्रतिमा को किसी नदी या तालाब में विसर्जित करते हुए उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है।
ब्रेक फैल होने पर क्या करें?
पुराणों के अनुसार, महर्षि वेदव्यास ने महाभारत को लिपिबद्ध करने के लिए गणेश जी का आह्वान किया था।
गणेश जी ने उनकी प्रार्थना को स्वीकार तो किया लेकिन एक शर्त भी रखी कि ‘मैं जब लिखना प्रारंभ करूंगा तो कलम को रोकूंगा नहीं, यदि कलम रुक गई तो लिखना बंद कर दूंगा’।
वेद व्यास जी ने इस शर्त को मान लिया। व्यास जी ने आंखें बंद करके गणेश जी को महाभारत सुनाना शुरू किया और गणपति ने बिना रुके उसे लिपिबद्ध करना शुरू किया।
10 दिन बाद जब महाभारत पूरी हुई तब वेदव्यास जी ने देखा कि गणपति का तापमान बहुत बढ़ा हुआ है।
उन्होंने तापमान को कम करने के लिए गणपति जी को पानी में डुबकी लगवाई। तभी से यह गणपित विसर्जन की प्रथा चली आ रही है।