कहते है अगर आपको जीवन को बदलना ही तो किसी भी एक खेल को जिंदगी का एक हिस्सा जरूर बनाइये।
खेल न सिर्फ जीवन में अनुशासन लाता है बल्कि आगे बढ़ने का मौका भी देता है।
पिछले 46 वर्षों से बीएसपी के फ्री समर कैंप भी कुछ ऐसा ही मौका खिलाड़ियों को दे रहे हैं।
इन समर कैंप से निखर कर खेल प्रतिभाएं देश-विदेश अपना नाम कमा रहे हैं बल्कि देश के कई सार्वजनिक उपक्रम में समित कर अपनी अलग पहचान बना रही है।
ऐसे ही एक बास्केटबॉल के समर कैंप में बेटियों की जिंदगी बदल दी।
बीएसपी के विमंस बास्केटबॉल के कैंप में अब तक 1 हजार से ज्यादा खिलाड़ी निकल चुके हैं।
इनमें से 2 सौ से ज्यादा खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचे और सैकड़ों ने राष्ट्रीय स्तर तक अपने खेल को निखारा है।
सौ से ज्यादा बेटियां सरकारी नौकरी में भी आ चुकी है।
इस खेल के मैदान में तीन पीढ़ी एक साथ खेल रही है।
बीएसपी कर्मी एवं बॉस्केटबॉल के इंटरनेशनल कोच सरजीत चक्रवर्ती ने बताया कि वे खुद कभी समर कैम्प का हिस्सा रहे और उसी की बदौलत बीएसपी में उन्हें नौकरी भी मिली।