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जानिए रावण के बारे में कुछ रोचक तथ्य

रावण जब पाताल के राजा बलि से युद्ध लड़ने पहुंचा तो बलि के महल में खेल रहे बच्चो ने ही उसे पकड़ कर घोड़े के साथ बाँध दिया।

रावण संगीत का बहुत अच्छा जानकार था। सरस्वती माता के हाथ में जो वीणा है उसका आविष्कार भी रावण ने किया था।

रावण कृष्ण पक्ष की अमावस्या को युद्ध के लिए चला था और एक - एक दिन सर कटते है। इस तरह दसवे दिन अर्थात शुक्लपक्ष की दशमी को रावण का वध होता है।

युद्ध में भगवान राम जी रावण के सर को बाण से काट देते है, उसके स्थान पर रावण का दूसरा सर उभर आता है।

रावण ने यमराज को भी युद्ध में हरा दिया था और नर्क में सजा पा रही जीवात्माओ को छुड़ा कर अपनी सेना में शामिल कर दिया था।

राक्षसी माता और ऋषि पिता की संतान होने के कारण सदैव दो परस्पर विरोधी तत्व रावण के अंत:करण को मथते रहते है।

रावण के गुण - अति बुद्धिमान, भगवान शंकर का सबसे बड़ा भक्त, महातेजस्वी, महाप्रतापी, महाज्ञानी, पराकर्मी, रूपवान।