बलरामपुर जिले में नक्सल प्रभावित गांव को सड़क से जोड़ने की कार्ययोजना 2014 में बनकर तैयार हुई थी, लेकिन करीब 8 वर्ष बीत जाने के बाद भी 25 किलोमीटर की सड़क अधर में लटकी हुई है।

मिशन मोड़ में बनने वाली सड़क निर्माण का काम फिलहाल बंद पड़ा हुआ है और सड़क में काम करने वाले मजदूरों को उनकी मजदूरी के लिए भी भटकना पड़ रहा है।

मामला सामने आने के बाद जिले के नवपदस्थ कलेक्टर ने सड़क निर्माण का कार्य जल्द शुरू करवाने की बात कही है।

हम बात कर रहे हैं जिले के कुसमी विकासखंड के नक्सल प्रभावित इलाके में बन रहे सबाग बंदरचुआ चुनचुना पुनदांग सड़क कार्य की जो कि झारखंड की सीमा पर स्थित बूढ़ापहाड़ से लगा हुआ है।

इस गांव को सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए वर्ष 2014 में सबाग से पुनदांग तक करीब 17 करोड़ सोलह लाख की लागत से 25 किलोमीटर की सड़क निर्माण की मंजूरी मिली थी और PMGSY को निर्माण एजेंसी बनाया गया था।

इसका उद्देश्य था कि पहुँचविहीन गांव तक सड़क निर्माण कराना ताकि सरकार की योजनाओं का क्रियान्वयन जिले के आखिरी गांव तक किया जा सके।

करीब दो वर्ष पहले तक पुनदांग से लगे अन्य गांवों में नक्सलियों की दहशत थी जिसके कारण सड़क निर्माण का कार्य भी उतनी तेज गति से नहीं हो पा रहा था और नक्सलियों के उत्पात के कारण कई बार सड़क निर्माण का कार्य बीच मे ही रोकना पड़ गया था।

बीते करीब डेढ़ वर्ष पहले गांव तक सड़क निर्माण की प्रक्रिया में फिर से तेजी लाई गई और क्षेत्र को नक्सल मुक्त बनाने के उद्देश्य से क्षेत्र में करीब तीन नए CRPF और जिला पुलिस बल के जॉइन्ट कैम्प खोले गए।

कैम्प खोलने के बाद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ सड़क निर्माण का कार्य भी कराया जा रहा था और भुताही कैम्प तक सड़क का निर्माण पूरा भी हो चुका है।लेकिन आगे का सड़क निर्माण का कार्य बीच मे ही अब बंद हो जाने से ग्रामीणो में ठेकेदार के प्रति नाराजगी है।

यह इलाका बूढ़ापहाड़ से लगे होने की वजह से पूर्व में नक्सल प्रभावित इलाका रहा है। नक्सलियों का गढ़ इसे कहा जाता था और यहां सड़क बनाना सरकार के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था।

ऐसे में सड़क का काम अब फ़ोर्स होने के बाद भी रुक जाने से ग्रामीण मायूस हैं। मजदूरों को मजदूरी का भी भुगतान नहीं हुआ है जिससे सरकार पर से ग्रामीणों का अब भरोसा उठ रहा है।

मामला सामने आने के बाद जिले के नवपदस्थ कलेक्टर ने टेक्निकल समस्या होने की बात कहकर जल्द ही सड़क का काम फिर से शुरू करवाने का आश्वासन दिया है,और शीघ्र ही लेबर भुगतान करवाने की बात कही है।