नेपाल में भूकंप आधी रात 11 बजकर 47 मिनट पर आया, जिसका केंद्र जाजरकोट जिले में था।

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भूकंप का असर काठमांडू, इसके आसपास के जिलों और यहां तक कि पड़ोसी देश भारत की राजधानी नयी दिल्ली तक महसूस किया गया।

सरकारी ‘नेपाल टेलीविजन’ के अनुसार, पश्चिमी नेपाल के जाजरकोट और रुकुम जिले भूकंप के कारण सबसे अधिक प्रभावित हुए। 

मिली जानकारी के अनुसार भूकंप के बाद जाजरकोट में चार से अधिक तीव्रता वाले भूकंप बाद के कम से कम चार झटके और आए। 

राष्ट्रीय भूकंप निगरानी केंद्र के अनुसार, देर रात 12 बजकर आठ मिनट पर 4.5 तीव्रता, इसके कुछ मिनट बाद 4.2 तीव्रता, 12 बजकर 35 मिनट पर 4.3 तीव्रता और तड़के चार बजकर 16 मिनट पर 4.6 तीव्रता का झटका आया।

नेपाली अधिकारियों ने बताया कि घायलों का सुरखेत जिला अस्पताल में इलाज जारी है। 

प्रधानमंत्री प्रचंड ने सुरक्षा एजेंसियों को बचाव और राहत कार्य तुरंत करने के निर्देश दिए हैं।

अधिकारियों ने बताया कि नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दाहाल ‘प्रचंड’ शनिवार सुबह एक चिकित्सकीय दल के साथ घटनास्थल पहुंचे। यहां घटना का जायजा लिया।

देश की तीनों सुरक्षा एजेंसियों- नेपाल सेना, नेपाल पुलिस और सशस्त्र पुलिस बल को बचाव कार्य में लगाया गया है।

कई लोग फिर से भूकंप आने और मकानों को होने वाले संभावित नुकसान की आशंका से डरकर रातभर बाहर रहे।