आज भारतीय सिनेमा के पितामह कहे जाने वाले महान फिल्मकार दादा साहब फाल्के की जयंती है।

दादा साहब फाल्के के प्रयासों के फलस्वरुप भारत में सिनेमा की शुरुआत हुई।

राजा हरिशचंद्र का निर्माण और निर्देशन करके दादा साहब फाल्के साहब ने अपना नाम इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए अमर कर दिया।

भारतीय सिनेमा में उनके इस बड़े योगदान को देखते हुए भारत सरकार ने सम्मान स्वरूप दादा साहब फाल्के अवॉर्ड की शुरुआत की।

19 साल के करियर में दादा साहेब ने फिल्म इंडस्ट्री को 95 फिल्मों समेत 27 शॉर्ट फिल्में दीं। इतना ही नहीं उन्होंने हिंदी सिनेमा की नींव रखते हुए बॉलीवुड को उसकी पहली हिंदी फिल्म भी दी थी।

धुंधिराज गोविंद फाल्के ने महज 20-25 हजार रुपये के बजट में इसकी शुरुआत की थी। उस समय में 20-25 हजार रुपये काफी मोटी रकम हुआ करती थी।