DeepSeek: चीनी एआई स्टार्टअप DeepSeek ने दुनियाभर में मचाई हलचल, जानिए क्या है ये डीपसीक?

(Image Credit: Meta AI)

डीपसीक की शुरुआत हेज फंड मैनेजर लियांग वेनफेंग ने 2021 में की थी।

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चीनी एआई रिसर्च लैब डीपसीक ने हाल ही में एआई की दुनिया में अपना ओपनसोर्स मॉडल DeepSeek-R1 लॉन्च किया है। 

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वहीं सोमवार को विश्व के बाजारों पर भी इसका असर दिखा इसकी चपेट में भारतीय आईटी सेक्टर और शेयर बाजार धराशायी हो गया।

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निफ्टी के आईटी इंडेक्स में 3.36 फीसदी की गिरावट आई। आईटी कंपनियों के शेयर 2 से 5 फीसदी तक लुढ़क गए।  

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वहीं चिप निर्माता एनवीडिया के शेयर की कीमत में किसी सार्वजनिक कंपनी के लिए एक दिवसीय सबसे बड़ी गिरावट देखी गई।

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बता दें कि, 2022 में अमेरिका ने चीन पर एडवांस्ड चिप्स जैसे एनवीडिया एच100 की सप्लाई पर रोक लगा दी थी। लेकिन चीन ने इस चुनौती को फायदे में बदलते हुए DeepSeek-R1 लॉन्च कर दिया।

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DeepSeek-R1 नाम से यह नया मॉडल Mixture of Expert आर्किटेक्चर पर आधारित है और गणित, कोडिंग और सामान्य ज्ञान जैसे कार्यों में OpenAI के मॉडल 01 को कड़ी टक्कर दे रहा है।

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खास बात यह है कि DeepSeek-R1 ओपनसोर्स है यानी इसे कोई भी फ्री में इस्तेमाल कर सकता है और डेवलपर्स इसके एपीआई को भी फ्री में इस्तेमाल कर सकते हैं।

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DeepSeek-R1 फिलहाल फोटो और वीडियो नहीं बना रहा है, लेकिन यह हिंदी, इंग्लिश, चाइनीज और अन्य भाषाओं में यूजर्स के सवालों के जवाब फ्री में दे सकता है।

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रिपोर्ट्स की मानें तो DeepSeek-R1 पावर्ड इस एआई चैटबॉट को Nvidia के H800 चिप्स का उपयोग करके ट्रेन किया गया था और इसकी लागत 60 लाख डॉलर (करीब 52 करोड़ रूपये) से कम थी।

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