भारत में इन दिनों क्रिकेट का महाकुम्भ जारी है। दस टीमों के बीच मची विश्वकप जीतने की होड़ आखिर में दो टीमों के महामुकाबले में आकर थमेगी।
लेकिन कौन सी टीम इस बार विश्वकप का यह ताज अपने नाम करेगी यह बड़ा सवाल है। टीमों के प्रदर्शन ने पूर्व के अनुमानों को ध्वस्त कर दिया है।
बात करें भारत की तो टीम इंडिया इस बार वर्ल्डकप की सबसे बड़ी दावेदार है। लेकिन उनके सामने न्यूजीलैंड और आस्ट्रेलिया की चुनौती बरकरार है।
बात साउथ अफ्रीका जो करें तो इस टीम ने भी अब तक कभी विश्वकप का खिताब नहीं जीता इसलिए इस बार वह पूरे दमखम से टाइटल अपने नाम करने में जुटी है।
ऑट्रेलिया ने पांच बार विश्वकप अपने नाम किया है। कंगारू टीम 19987, 1999, 2003, 2007 और 2015 में विश्वकप जीत चुकी है।
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इस बार वेस्टइंडीज इस टूर्नामेंट से बाहर जरूर है लेकिन कैरिबियाई टीम ने भी 1975 और 1979 में क्रिकेट के सबसे बड़े ताज पर कब्ज़ा जमाया था।
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भारत भी दो बार वर्ल्ड टाइटल अपने नाम करने में कामयाब रही है। 1983 में कपिल देव तो 2011 में धोनी की कप्तानी में भारत क्रिकेट का सिरमौर बना था।
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पाकिस्तान ने एक बार ही विश्वकप अपने नाम किया है। 1992 में इमरान खान की कप्तानी में पाकिस्तानी टीम ने फ़ाइनल में इंग्लैण्ड को पटखनी दी थी।
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श्रीलंका ने भी इस ताज को 1996 में अपने नाम किया था। तब यह टीम काफी मजबूत मानी जाती थी। लेकिन मौजूदा प्रदर्शन ने उनकी उम्मीदों को धूमिल कर दिया है।
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इसी तरह पिछली बार इयान मॉर्गन की कप्तानी में इंग्लिश टीम विश्वकप विजेता बनी थी। इससे पहले इंग्लैण्ड तीन बार उप विजेता रही।
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