अंतागढ़ ब्लाक से 17 किलोमीटर दूर आमाबेड़ा के रास्ते पर जोगी नदी पर चर्रे-मर्रे जलप्रपात छत्तीसगढ़ में एक और खूबसूरत जलप्रपात है।
इस झरने का मुख्य स्रोत जोगीधारा नदी है, जो मटला घाटी में बहती है, जिसे स्थानीय लोगों द्वारा अंतागढ़ नदी या कुत्री नदी भी कहा जाता है।
जलप्रपात का गिरता हुआ पानी अलग-अलग कुंडों के रूप में इकट्ठा होकर दक्षिण दिशा में लंबी दूरी तय कर कोटरी नदी में मिलती है।
इस जलप्रपात की खासियत ये है कि यहां की प्राकृतिक सुंदरता से घिरा हुआ झरना पर्यटकों को साल भर आकर्षित करता है।
यह झरना ज्यादा उंचा तो नही है परन्तु उबड खाबड चटटानों से नदी का गिरता पानी मनमोह लेता है।
आस-पास की हरितिमा नयनाभिराम दृश्य प्रस्तुत करती है। यह प्रमुख पिकनिक स्पॉट भी है।
चर्रे-मर्रे जलप्रपात को देखने के लिए सबसे अच्छा समय जुलाई से लेकर फरवरी माह तक है। इस बीच में झरने में पर्याप्त पानी होता है।
दोस्तों व परिवार के साथ मनोरंजन और पिकनिक के लिए यह जगह बहुत अच्छा है। चर्रे-मर्रे जलप्रपात कांकेर या नारायणपुर से निजी वाहन से पहुंचा जा सकता है।