आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में बताया है कि इन गुणों वाला व्यक्ति भाग्य का लिखा पलट सकता है।
आत्मविश्वासी: जो व्यक्ति अपने आप पर विश्वास करता है, वह अपने भाग्य को बदल सकता है।
मेहनती: कड़ी मेहनत और प्रयास से भाग्य को बदला जा सकता है।
साहसी: जो व्यक्ति साहस और धैर्य से काम लेता है, वह अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है।
बुद्धिमान: जो व्यक्ति बुद्धिमान और समझदार है, वह अपने निर्णयों से अपना भाग्य बदल सकता है।
धैर्यवान: जो व्यक्ति धैर्य और संयम से काम लेता है, वह अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है।
सकारात्मक सोच वाला: जो व्यक्ति सकारात्मक सोच के साथ जीवन को देखता है, वह अपने भाग्य को बदल सकता है।
आत्म-निरीक्षण वाला: जो व्यक्ति अपने आप को निरीक्षण करता है और सुधार करता है, वह अपने भाग्य को बदल सकता है।
ईमानदार: जो व्यक्ति ईमानदार और सच्चा है, वह अपने भाग्य को बदल सकता है।