आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में सफलता पाने का ऐसा मंत्र बताया जो बगैर मेहनत भी काम आता है।
अगर कोई आचार्य का यह एक मंत्र जीवन में अपना ले तो वह आजीवन खुशहाल रहता है।
साथ ही आचार्य चाणक्य का यह मंत्र कठिन से कठिन कार्यों को सरल बना देता है और वह हर कार्य में सफल हासिल करता है।
आचार्य चाणक्य के मुताबिक, मनुष्य को हमेशा मधुर वाणी का उपयोग करना चाहिए।
चाणक्य कहते हैं कि जो मीठी वाणी बोलता है, समाज में सभी लोग उससे प्रसन्न होते हैं और सभी इनके मित्र बन जाते हैं।
आचार्य के अनुसार, व्यक्ति को अपनी भाषा को मधुरता के साथ बोलनी चाहिए।
इंसान की यही मीठी वाणी ही मनुष्य को हर काम में सफलता दिलाती है तथा उसके सभी बिगड़े कार्य भी बन जाते हैं।
इंसान की मधुर वाणी दूसरे का मन मोह लेती है और ऐसे व्यक्ति कभी दरिद्र नहीं रहता है।