दीपावली के बाद पड़ने वाला कार्तिक माह का बुध प्रदोष व्रत आज यानि 13 नवंबर 2024 बुधवार के दिन रखा जा रहा है।
बुध प्रदोष व्रत की पूजा सायंकाल के समय प्रदोष काल में की जाएगी। हिन्दू धर्मग्रंथों के मुताबिक प्रदोष व्रत कार्तिक शुक्ल त्रयोदशी के दिन किया जाता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार प्रदोष व्रत प्रत्येक महीने कृष्ण और शुक्ल पक्षों की दोनों त्रयोदशी तिथि पर रखा जाता है।
इस दिन शाम को प्रदोषकाल के समय में भगवान भोलेनाथ की पूजा करने से सभी समस्याओं से दूर होकर मोक्ष प्राप्त होता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार बुध प्रदोष व्रत करने से ज्ञान, शिक्षा की प्राप्ति तथा समस्त मनोकामना पूर्ण होती है। इस दिन गंगा जल के उपाय करने से खास तौर पर शिव जी की कृपा प्राप्त होती है।
त्रयोदशी के दिन भगवान शिव तथा माता पार्वती की धूप, बेल पत्र आदि से पूजा-आराधना करनी चाहिए। प्रदोष व्रत करने वाले को सौ गाय दान करने के समान फल प्राप्त होता है।
त्रयोदशी के दिन गाय का कच्चा दूध तथा शुद्ध जल शिव जी को अर्पित करने से वे शीघ्र ही प्रसन्न होते है।
आज के दिन 'ॐ गं गणपतये नम:।' तथा 'ॐ शिवाय नम:' या 'ॐ ह्रीं नमः शिवाय ह्रीं ॐ' मंत्र का जाप करना विशेष फलदायी होता है।