बीजापुर में नक्सल पुलिस मुठभेड़ में पुलिस और सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी हाथ लगी हैं।
यहाँ सुरक्षाबलों ने बिना किसी नुकसान के 13 माओवादियों को ढेर कर दिया और उनसे खतरनाक हथियार जब्त किये।
लेकिन इसे पहले कई दफे नक्सलियों ने पुलिस और सुरक्षाबलों पर बड़े हमले किये हैं जिससे सरकार को काफी नुकसान पहुंचा हैं।
तो आइये जानते हैं देश के भीतर हुए अबतक के 10 बड़े नक्सली हमले जब बड़ी संख्या में पुलिस के जवान शहीद हुए।
15 मार्च, 2007 को बीजापुर जिले के रानीबोदली कैंप पर नक्सलियों ने हमला किया था। इस हमले में 55 जवान शहीद हुए थे।
06 अप्रैल, 2010 को सुकमा के ताड़मेटला में सीआरपीएफ जवानों पर हमला किया था। इसमें 76 जवान शहीद हो गए थे।
9 जुलाई 2007 में एर्राबोर के उरपलमेटा में CRPF और DF पर माओवादियों ने हमला कर दिया था। जिसमें 23 जवान शहीद हो गए थे।
12 जुलाई, 2009 को राजनांदगांव के मानपुर इलाके में SP विनोद कुमार चौबे समेत 29 पुलिसकर्मियों की माओवादियों ने हत्या कर दी थी।
दंतेवाड़ा में सुरक्षाबल के जवानों पर 17 मई 2010 में बारूदी सुरंग लगा कर हमला कर दिया था। इस हमले में 36 लोग मारे गए थे।
25 मई 2013- बस्तर जिले के झीरम घाट में कांग्रेस नेताओं के काफिले पर हमला, 31 की जान गई
11 मार्च 2014- सुकमा जिले के टाहकवड़ा में हमला, 15 जवान शहीद
12 अप्रैल 2015-बस्तर जिले के दरभा में एंबुलेंस को विस्फोट से उ़़डाया, 15 जवान, ड्राइवर स्वास्थ्यकर्मी शहीद
06 मई 2017- सुकमा के कसालपाड़ में घात लगाकर हमला, 14 जवान शहीद
25 अप्रैल 2017- सुकमा जिले के बुरकापाल में सीआरपीएफ जवानों पर हमला, 25 शहीद
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