वैनगंगा जलप्रपात छत्तीसगढ़ राज्य में सामरी राज्यमार्ग पर सामरीपाट के जमीरा नामक ग्राम के पूर्व-दिक्षण कोण पर पर्वतीय श्रृंखला के बीच वेनगंगा नदी का उद्गम स्थान है।
यहाँ साल के वृक्षों के समूह में एक शिवलिंग भी स्थापित है। वनवासी लोग इसे 'सरना' का नाम देते हैं और इसे पूजनीय मानते हैं।
सरना कुंज के निचले भाग से एक जल स्रोत का उद्गम होता है। यह दक्षिण दिशा की ओर बढ़ता हुआ पहाड़ी की विशाल चट्टानों के बीच आकर जलप्रपात का रूप धारण करता है।
प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण सघन वनों, चट्टानों को पार करती हुई वेनगंगा नदी की जलधारा श्रीकोट की ओर प्रवाहित होती है।
'गंगा दशहरा' के पर्व पर आसपास के ग्रामीण यहाँ एकत्रित होकर 'सरना देव' एवं 'देवाधिदेव महादेव' की पूजा-अर्चना करने के बाद रात्रि जागरण करते हैं।
पर्वतीय श्रृंखला के बीच स्थित छत्तीसगढ़ का ये मनमोहक जलप्रपात लोगों के मन को खूब भाता है। खासतौर पर बारिश के दिनों में।
प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण यह स्थान पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र है। इस जलप्रपात से लोगों की एक अलग ही आस्था जुड़ी हुई है।
लोग मनोरम दृश्य का लुफ्त उठाते हुए पिकनिक मनाते है या अच्छा समय व्यतीत करते हैं। अगर आप बेनगंगा जलप्रपात जाने का मन बना रहे हैं तो आपको ठंड के मौसम में जाना चाहिए।