बांग्लादेश में हिंदू धर्म दूसरा सबसे बड़ा धर्म है। बांग्लादेश की 2022 की जनगणना के अनुसार, लगभग 13.1 मिलियन लोगों ने बताय कि वे हिंदू थे, जो कुल 165.15 मिलियन लोगों में से 7.95% था।
बांग्लादेश में हिंदुओं की संख्या 1951 में 22 प्रतिशत थी जो घटकर 2022 में 8 प्रतिशत से कम हो चुकी है।
इसी दौरान मुसलमानों की संख्या 1951 के 76 प्रतिशत थी जिसमें काफी बढ़ोतरी हुई है। मुसलमानों की संख्या अब बढ़कर 91 प्रतिशत से ज्यादा है।
बता दें कि, शेख हसीना ऐसी प्रधानमंत्री थीं जो हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय को साथ लेकर चलने में विश्वास रखतीं थीं, जो अब अपने पद से इस्तीफा दे चुकीं हैं।
पिछले कुछ सालों में बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति काफी खराब हुई है। जमात-ए-इस्लामी जैसे संगठनों ने हिंदुओं पर जमकर अत्याचार किया है।
हिंदुओं को आर्थिक और धार्मिक स्तर पर परेशान किया गया है, जिसके कारण बड़ी संख्या में लोग पलायन को मजबूर हुए।