बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट के लिए पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में मंच सज चुका है, 22 नवंबर से यहां पहला टेस्ट मैच खेला जाना है जिसके लिए दोनों टीमों की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है
भारतीय टीम ने भले ही अब तक अपनी प्लेइंग-11 को लेकर ज्यादा कुछ नहीं कहा है, लेकिन पर्थ की पिच को देखते हुए कयास लगाए जा रहे हैं कि टीम इंडिया के 11 खिलाड़ियों में दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन को शामिल किया जा सकता है
पर्थ टेस्ट मैच की प्लेइंग इलेवन में अगर अश्विन को मौका मिलता है तो उन पर सभी की निगाहें टिकी होंगी, इस दौरान दिग्गज स्पिन गेंदबाज के पास कई बड़े कीर्तिमान रचने का मौका होगा
आर अश्विन टेस्ट क्रिकेट में अब तक 105 टेस्ट मैच खेले हैं और 536 विकेट अपने नाम किए हैं, अब उनके पास बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान सबसे तेज 550 टेस्ट विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बनने का होगा
अश्विन अगर 5 मैचों की इस टेस्ट सीरीज में 14 विकेट लेने में कामयाब रहते हैं तो वह टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 550 विकेट लेने वाले दुनिया के दूसरे गेंदबाज बन जाएंगे
अनिल कुंबले ने 115 टेस्ट मैचों में ये मुकाम हासिल किया था, जबकि शेन वॉर्न ने 117 टेस्ट और ग्लेन मैक्ग्रा ने 121 टेस्ट मैचों में ये बड़ी उपलब्धि अपने नाम की थी
अश्विन के पास ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर सबसे सफल भारतीय गेंदबाज बनने का भी बेहतरीन मौका होगा, अश्विन 13 विकेट लेते ही ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन जाएंगे, फिलहाल ये बड़ा रिकॉर्ड कपिल देव के नाम है
अश्विन को ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले भारतीय स्पिनर बनने के लिए भी 11 विकेट की जरूरत है, अभी ये रिकॉर्ड अनिल कुंबले (10 टेस्ट में 49 विकेट) के नाम दर्ज है
अश्विन इस सीरीज में उस मुकाम को भी छू सकते हैं जो आज तक कोई नहीं कर पाया है, 6 विकेट लेते ही आश्विन वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के इतिहास में 200 विकेट लेने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज बन सकते हैं, फिलहाल अश्विन के नाम WTC में 194 विकेट दर्ज हैं