उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर थे जो मराठी और कोंकणी थे। उनकी माता शेवंती (गुजराती) थीं। आशा भोंसले के पिता मराठी संगीत मंच पर एक अभिनेता और शास्त्रीय गायक थे।
आशा भोंसले गायिका लता मंगेशकर की बहन हैं और प्रतिष्ठित मंगेशकर परिवार से हैं
1948 में हिंदी फिल्म चुनरिया के लिए एक गाना "सावन आया" गाया था । यह पहली हिंदी फिल्म थी जिसके जरिए उन्होंने डेब्यू किया था। उनका पहला एकल हिंदी फिल्म गीत 1949 में फिल्म रात की रानी के लिए था
उन्हें पहली सफलता बी.आर. चोपड़ा की फिल्म 'नया दौर' में मिली इसके बाद फिल्म जैसे गुमराह, वक्त, आदमी और इंसान और धुंध में भी काम किया
2000 में उन्हें सिनेमा के क्षेत्र में भारत के सर्वोच्च पुरस्कार 'दादा साहब फाल्के' पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 2008 में उन्हें भारत सरकार द्वारा 'पद्म विभूषण' से सम्मानित किया गया था
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने 2011 में भोसले को संगीत इतिहास में सबसे अधिक रिकॉर्ड किए गए कलाकार के रूप में स्वीकार किया 1997 में आशा ग्रैमी पुरस्कार के लिए नामांकित होने वाली पहली भारतीय गायिका बनीं