आईए हम जानते हैं भारत के ऐसे 15 राष्ट्रीय प्रतीक व चिन्‍ह के बारे में।

अशोक स्तंभ भारत का राष्ट्रीय चिन्ह् है। 26 जनवरी 1950 में इसे अंगीकृत किया गया था जब भारत गणराज्य बना।

 राष्ट्रीय चिन्ह्- अशोक स्तम्भ

संवैधानिक सभा द्वारा 24 जनवरी 1950 को जन गण मन को राष्ट्रगान के रुप में अंगीकृत किया गया था। इसके रचियता रविन्द्रनाथ टैगोर हैं।

राष्ट्रीय गान- जन गण मन

वन्दे मातरम् भारत का राष्ट्रगीत है। इसके दो छंद को 1950 में आधिकारिक रुप से भारत के राष्ट्रगीत के रुप में अंगीकृत किया गया था।

राष्ट्रगीत- वन्दे मातरम्

भारतीय संविधान सभा ने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को 22 जुलाई, 1947 को मान्‍यता दी थी। तिरंगे में समान अनुपात में केसरिया, सफेद तथा हरे रंग की क्षैतिज पट्टियाँ होती हैं।

राष्ट्रीय ध्वज- तिरंगा

भारत में बाघ को राष्ट्रीय पशु की मान्‍यता दी गई है, इसकी घोषणा अप्रैल 1973 में किया गया था। यह अत्यंत शक्तिशाली, मज़बूती और भारत के गर्व का प्रतीक है।

राष्ट्रीय पशु- बाघ

कमल को भारत में राष्ट्रीय फूल का दर्ज मिला है। इसका वैज्ञानिक नाम नील्यूम्बो न्यूसीफेरा है।

राष्ट्रीय फूल- कमल

भारत में मोर को राष्ट्रीय पक्षी का दर्ज दिया गया है, यह पक्षी एकता के सजीव रंगों और भारतीय संस्कृति को प्रदर्शित करता है।

राष्ट्रीय पक्षी- मोर

ओलंपिक में भारत को सबसे ज्‍यादा गोल्‍ड मेडल दिलाने वाले हॉकी को राष्ट्रीय खेल का दर्ज मिला है, हॉकी को राष्ट्रीय खेल का दर्ज तब मिला था, जब भारत ने ओलिंपिक में लगातार 6 स्वर्ण पदक जीते थे।

राष्ट्रीय खेल- हॉकी

देश का राष्ट्रीय वृक्ष का दर्जा वट को मिला हुआ है। यह एकता और दृढ़ता का प्रतीक है, जिस प्रकार भारत के विभिन्न धर्म व जाति के लोग एक साथ निवास करते हैं।

राष्ट्रीय वृक्ष- वट वृक्ष

देश की गंगा नदी सबसे पवित्र नदी मानी जाती हैं, यह करीब 2510 किलोमीटर का सफर कर बंगाल की खाड़ी में गिरती हैं।

राष्ट्रीय नदी- गंगा

भारत की आधिकारिक करेंसी भारतीय रुपया है। इसके संबंधित सभी मुद्दों को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया नियंत्रित करता है।

राष्ट्रीय मुद्रा- रुपया

भारत ने अभी तक किसी भी भाषा को राष्ट्रीय भाषा के तौर पर मान्‍यता नहीं दी है, लेकिन हिन्दी एक राजभाषा का दर्ज प्राप्‍त है।

भारत की राष्ट्रभाषा- हिन्दी

भारत में साका कैलेंडर को राष्ट्रीय कैलेंडर का दर्जा प्राप्त है। 1957 में इसे कैलेंडर कमिटी द्वारा बनाया गया था।

राष्ट्रीय कैलेंडर- साका कैलेंडर