हिंदू धर्म में भगवान की मूर्ति या चित्र की स्थापना के लिए कुछ विशेष नियम हैं। भगवान का मुख किस दिशा में होना चाहिए, यह इस पर निर्भर करता है कि आप घर में या मंदिर में भगवान की स्थापना कर रहे हैं।
घर में भगवान की मूर्ति या चित्र का मुख पूर्व दिशा या उत्तर दिशा में होना चाहिए। यह दिशाएं शुभ मानी जाती हैं और भगवान की कृपा को आकर्षित करने में मदद करती हैं।
मंदिर में भगवान की मूर्ति का मुख पूर्व दिशा में होना चाहिए। यह दिशा भगवान की कृपा और आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए सबसे शुभ मानी जाती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, भगवान का मुख निम्नलिखित दिशाओं में होना चाहिए। पूर्व दिशा: भगवान की कृपा और आशीर्वाद के लिए।
उत्तर दिशा: भगवान की शांति और सुख के लिए।
दक्षिण दिशा: भगवान की शक्ति और सुरक्षा के लिए।
भगवान का मुख इन दिशाओं में नहीं होना चाहिए। पश्चिम दिशा: यह दिशा अशुभ मानी जाती है। दक्षिण-पश्चिम दिशा: यह दिशा भी अशुभ मानी जाती है।