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इन्होंने अखबार बेचने वाले से राष्ट्रपति तक का सफर तय किया

15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में जन्मे कलाम ने मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से भौतिकी और वैमानिकी इंजीनियरिंग की पढ़ाई की।

उनका पूरा नाम अवुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम था।

वह भारत के पहले स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपण यान के परियोजना निदेशक थे, जिसने 1980 में रोहिणी उपग्रह को कक्षा में स्थापित किया था।

अब्दुल कलाम 2002 से 2007 तक भारत के 11वें राष्ट्रपति रहे।

देश के मिसाइल और परमाणु कार्यक्रमों में उनके योगदान तथा लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए उनके कार्यों के कारण उन्हें "मिसाइल मैन" और "जनता के राष्ट्रपति" के रूप में जाना जाता था।

अब्दुल कलाम को 1981 में पद्म भूषण, 1990 में पद्म विभूषण और 1997 में भारत रत्न मिला।

अब्दुल कलाम ने कई किताबें लिखीं, जिनमें विंग्स ऑफ फायर, इंडिया 2020 - ए विजन फॉर द न्यू मिलेनियम, माई जर्नी और इग्नाइटेड माइंड्स शामिल हैं।

27 जुलाई 2015 को आईआईएम शिलांग में व्याख्यान देते समय अब्दुल कलाम की हृदयाघात से मृत्यु हो गई।