ये रिटायर्ड आईआईटी प्रोफेसर जिनकी बुक चलती है कॉंसेप्त ऑफ फिजिक्स, जो बच्चे 11 वीं या फिर 12 वीं कक्षा में पढ़ते हैं। इनका नाम हरिशचंद्र वर्मा है। लोग इन्हे एससी वर्मा के नाम से जानते हैं।
इनका नाम विकाश दिव्यकीर्ती है, पेश से शिक्षक और दृष्टी आईएएस के संस्थापक हैं। हिंदी माध्यम सिविल सेवा के विद्यार्थी इन्हे ऑल इन वन टीचर मानते हैं लेकिन ये मूलत: हिंदी साहित्य ऑप्सनल की तैयारी कराते हैं।
बिहार के रहने वाले आनंद कुमार हर साल लगभग 30 बच्चों को आईआईटी पहुंचाते हैं, ये सुपर थर्टी के फाउंडर हैं और जिनके उपर फिल्म भी बन चुकी है।
इनका नाम प्रो. सुधीर कुमार जैन है, इन्होने भूकंप विज्ञान में महारथ हासिल की है इनके पढ़ाने का अंदाज छात्रो में लोकप्रिय है। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में ये फिलहाल कुलपति के रुप में कार्यरत हैं।
सरकारी सेवाओं में प्रवेश परिक्षाओं की तैयारी कराने वाले खान सर बिहार के रहने वाले है जिनका यूट्यूब चैनल है और और बेहद कम फीस में लोगो को सिविल सेवा जैसी राष्ट्रीय स्तर के परिक्षाओं की तैयारी कराते हैं।
इन्हे ह्यूमन कंप्यूटर भी कहा जाता था। इनका नाम शकुंतला देवी है जो विपरीत परिस्थियों में स्पेस वैज्ञानिक की गणना करने में मदद कर बड़े हादसे से बचाया था। इनके उपर फिल्म बन चुकी है जिसका नाम शकुंतला देवी है।
ये पहली महिला शिक्षक हैं, जिन्होनें ना सिर्फ महिलाओं की शिक्षा के लिए काम किया अपितु लड़कियों कि स्कूल की पहली प्रिंसिपल भी थी।
ओशो को अध्यात्मिक गुरु कहा जाता है। इनका जन्म जबलपुर में हुआ था। एक दौर था जब अमेरिका में इनकी शिक्षा की इतनी चर्चा होनें लगी थी लोग राष्ट्रपति के भाषण छोड़ इनको सुनने आ जाते थे।