जगजीत सिंह का जन्म 08 फरवरी 1941 को राजस्थान के श्रीगंगानगर में हुआ था, जगजीत सिंह के पिताजी उन्हें बचपन में जगजीवन नाम से बुलाया करते थे
पढ़ाई के बाद जगजीत सिंह ने ऑल इंडिया रेडियो जालंधर में एक सिंगर और म्यूजिक डायरेक्टर के रूप में काम शुरू कर दिया।
साइनिया घराने से ताल्लुक रखने वाले जगजीत सिंह ने उस्ताद जमाल खान से खयाल, ठुमरी, ध्रुपद जैसी गायन विधाओं में महारत हासिल की।
पंजाबी, हिन्दी, उर्दू, बंगाली, गुजराती, सिंधी और नेपाली भाषाओं में गजल गाने वाले जगजीत सिंह को 2003 में भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से अलंकृत किया गया।
मार्च 1965 में जगजीत सिंह अपने परिवार को बिना बताए मुंबई चले आए थे और स्ट्रगल शुरू कर दिया था। मुंबई में जगजीत सिंह की मुलाकात एक बंगाली महिला चित्रा दत्ता से हुई
साल 1976 में जगजीत सिंह और चित्रा की एल्बम 'The Unforgettable' रिलीज हुई, जिसे काफी सराहा गया। इस एल्बम का गीत 'बात निकलेगी' काफी पसंद किया गया था
जगजीत सिंह और चित्रा सिंह एक साथ कई सारे कॉन्सर्ट किया करते थे और अलग-अलग गजल एलबम का हिस्सा भी बने, इनका 1980 में आया हुआ एल्बम 'वो कागज की कश्ती' बेस्ट सेलिंग एल्बम बन गया था।
प्राइवेट एल्बम के साथ-साथ जगजीत ने फिल्मों में भी कई गजलें गाईं , उनमें 'प्रेम गीत', 'अर्थ', 'जिस्म', 'तुम बिन', 'जॉगर्स पार्क' जैसी फिल्में प्रमुख हैं।