रायपुर: Two CM and 3 Ex CMs get defeated देश के पांच राज्यों के चुनावी नतीजों के बाद 2024 के आम चुनावों की तस्वीर की झलक भी दिखाई देने लगी है। दिलचस्प बात ये है कि इन चुनावों में दो सिटिंग सीएम और 3 पूर्व मुख्यमंत्रियों समेत कई दिग्गजों को हार का मुंह देखना पड़ा है। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों कई चेहरों की प्रतिष्ठा दांव पर थी। पहले बात करें यूपी की तो यहां की हॉट सीट गोरखपुर, करहल, फाजिलनगर, सिराथू, जहूराबाद, इटावा और सरधना सीटें प्रमुख हैं। गोरखपुर सदर सीट से सीएम योगी आदित्यनाथ जीत गए हैं। बीजेपी के खिलाफ ताल ठोंकने वाले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी करहल सीट से विजयी हुए हैं।
Two CM and 3 Ex CMs get defeated वहीं, बीजेपी छोड़कर सपा में गए स्वामी प्रसाद मौर्य फाजिलनगर सीट से हार गए हैं। अपने बड़बोलेपन के लिए मशहूर ओ पी राजभर लंबे समय तक पिछड़ने के बाद आखिरकार जहूराबाद सीट से जीत गए। सरधना सीट से बीजेपी के संगीत सोम भी चुनाव जीतने में कामयाब नहीं हो सके और उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। योगी सरकार के मंत्री रहे सतीश द्विवेदी इटावा सीट से चुनाव हार गए। वहीं, बीजेपी छोड़ सपा में गए पूर्व मंत्री धर्म सिंह सैनी भी सहारनपुर की नकुड़ सीट से जीत का स्वाद नहीं चख पाए। कुंडा विधानसभा सीट से जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया चुनाव जीत गए हैं, उन्होंने समाजवादी पार्टी के गुलशन यादव को शिकस्त दी है।
उत्तराखंड की बात करें तो यहां के चुनावी नतीजों में बड़ा उलटफेर हुआ है। मौजूदा सीएम पुष्कर सिंह धामी ही अपनी सीट बचाने में नाकाम रहे, उन्हें खटीमा सीट पर करीब छह हजार वोटों से शिकस्त मिली। वहीं, काफी ऊहापोह के बाद लालकुआं सीट से चुनाव मैदान में उतरे हरीश रावत को भी करारी हार मिली है। भारतीय सेना में 26 साल तक सेवा दे चुके कर्नल अजय कोठियाल गंगोत्री से चुनाव हार गए हैं, उन्हें आम आदमी पार्टी ने सीएम पद का उम्मीदवार बनाया था।
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पंजाब में आम आदमी पार्टी की सुनामी में कई दिग्गज अपनी सीट नहीं बचा पाए, धुरी पटियाला सीट से जहां आप के सीएम उम्मीदवार भगवंत मान ने बड़ी जीत हासिल कर इतिहास रच डाला। वहीं, दो सीटों श्री चमकौर साहिब और भदौड़ से चुनाव लड़ रहे मौजूदा सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को दोनों सीटों पर जनता ने नकार दिया और उन्हें हार का चेहरा देखना पड़ा। अपने विवादित बयानों के लिए चर्चित पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को अमृतसर पूर्व सीट से करारी हार मिली है। वहीं, नई पार्टी बनाकर कांग्रेस को चुनौती देने वाले पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की पटियाला शहर से हार ने सभी को चौंका दिया है। पंजाब के पांच बार सीएम रह चुके प्रकाश सिंह बादल को भी 94 साल की उम्र में लाम्बी सीट पर हार का स्वाद चखना पड़ा। उनके बेटे और शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को भी जलालाबाद सीट से हार का बड़ा झटका लगा है।
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गोवा की हाइप्रोफाइल सीटों की बात करें तो मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत एक बार फिर जनता के भरोसे पर खरे उतरे हैं, उन्होंने संक्वेलिम सीट से जीत हासिल की है। दूसरी तरफ, बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे पूर्व सीएम मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर को पणजी सीट के चुनावी अखाड़े में पराजय का मुंह देखना पड़ा है। मणिपुर की बात करें तो हेनगांग सीट से सीएम बीरेन सिंह लगातार पांचवी बार जीतने में कामयाब रहे। एन बीरेन सिंह का पूरा नाम नोंगथोम्बम बीरेन सिंह है और वो राष्ट्रीय स्तर के फुटबॉल खिलाड़ी भी रह चुके हैं। अब देखना ये है कि दिग्गजों की जीत हार का देश की सियासत पर क्या असर पड़ता है?
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