लखनऊ, 23 सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रसिद्ध हिंदी कवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ को सोमवार को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी।
योगी ने दिनकर की बहुचर्चित कविता ‘रश्मिरथी’ की पंक्तियां साझा कीं, जो जाति विभाजन से ऊपर वीरता और योग्यता पर जोर देती हैं।
मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कवि को उद्धृत करते हुए कहा, ”पाते हैं सम्मान तपोबल से भूतल पर शूर,’जाति-जाति’ का शोर मचाते केवल कायर क्रूर। भारतीय काव्य जगत के ध्रुवतारे, कालजयी साहित्यकार एवं ‘राष्ट्रकवि’ रामधारी सिंह दिनकर की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!”
उन्होंने कहा कि वीरता, राष्ट्रप्रेम और मानस सेवा को समर्पित आपकी रचनाएं आम जनमानस में राष्ट्रीय चेतना के भाव को सदैव जागृत करती रहेंगी।
पांच सितंबर को पुलिस के साथ मुठभेड़ में सुलतानपुर डकैती मामले में आरोपी मंगेश यादव के मारे जाने के बाद से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी(सपा) के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर ‘फर्जी मुठभेड़’ और ‘जातिगत पक्षपात’ करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने आरोपों से इनकार किया है, जबकि सत्तारूढ़ भाजपा ने मुख्य विपक्षी दल सपा पर अपराधियों की पहचान उनकी ‘जाति’ से करने का आरोप लगाते हुए पलटवार किया है।
रामधारी सिंह दिनकर, जिनकी पंक्तियों को मुख्यमंत्री ने उद्धृत किया, का जन्म 23 सितंबर, 1908 को बिहार के मुंगेर जिले के सिमरिया गांव में हुआ था। ‘रश्मिरथी’ (1952) ‘दिनकर’ की सबसे प्रसिद्ध कविताओं में से एक है ।
भाषा
सं, जफर, रवि कांत
रवि कांत