लखनऊः Who is Sant Bhole Baba उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक सत्संग के दौरान मची भगदड़ से 60 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। वहीं कई लोगों के घायल होने की खबर है। मिली जानकारी के अनुसार हाथरस जनपद क़े सिकंदराराऊ थानाक्षेत्र के फुलरई गांव में भोले बाबा क़े सत्संग का आयोजन किया गया था। जैसे ही सत्संग खत्म हुआ, भीड़ ने बाहर निकलने की जल्दबाजी की। इसी जल्दबाजी में सत्संग में भगदड़ मच गई। तो चलिए जानते हैं कि आखिर ये भोले बाबा कौन है, जिसका प्रवचन सुनने बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए थे।
Who is Sant Bhole Baba मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो जिस भोले बाबा के सत्संग में यह हादसा हुआ, उसका पूरा नाम साकार विश्व हरि है। एटा जिले के पटियाली गांव के रहने वाले साकार विश्व हरि यानी भोले बाबा पहले पुलिस के गुप्तचर विभाग में नौकरी करते थे। बाद में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और भक्तों की सेवा का काम शुरू किया था। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बचपन में वह अपने पिता के साथ खेती बाड़ी का काम करते थे। जवान हुए तो पुलिस में भर्ती हो गए। उन्होंने 26-28 साल की नौकरी के बाद वीआरएस ले लिया और प्रवचन के करने लगे। हैरानी की बात तो यह है कि वे प्रवचन कार्यक्रमों में अपनी पत्नी को साथ लेकर जाते हैं। कई मीडिया रिपोर्ट्स में उनके प्रवचनों के हवाले से बताया गया है कि उनका कोई गुरु नहीं है। वे कहते हैं कि मुझे ईश्वर से बेहद लगाव हैं। एक बार उनका अहसास हुआ था। उसके बाद मैंने अपनी पूरी जिंदगी मानव कल्याण में लगा दी। संत भोले बाबा के लाखों अनुयायी हैं।
2 साल पहले भी जब देश में कोराना की लहर चल रही थी, उस समय उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में मई, 2022 में इनके सत्संग का आयोजन किया गया। जिला प्रशासन ने सत्संग में केवल 50 लोगों के शामिल होने की अनुमति दी गई थी, लेकिन कानून की धज्जियां उड़ाते हुए 50,000 से अधिक लोग सत्संग में शामिल हुए थे। यहां उमड़ी भीड़ के चलते शहर की यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। हाथरस के सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के गांव फुलरई में आयोजित भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मच गई। हादसे में 60 लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। साथ ही इस हादसे में 100 से अधिक श्रद्धालु घायल भी हो गए हैं। इसमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। घटना की सूचना मिलने के बाद आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं।
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इस घटना पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ऑफिस ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित उपचार कराने और मौके पर राहत कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया है। उन्होंने एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में घटना के कारणों की जांच के निर्देश दिए हैं। वहीं, मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद सरकार के दो वरिष्ठ मंत्री लक्ष्मी नारायण, संदीप सिंह, मुख्य सचिव के साथ डीजीपी भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।