उत्तरप्रदेश : संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा 2021 के नतीजे 30 मई को जारी किए। जिसमें देशभर के अलग-अलग राज्यों से परीक्षार्थियों का चयन हुआ। ऐसे ही एक परीक्षार्थी है रिंकू सिंह राही… यूपी के हापुड़ में Provincial civil service officer रहते उन्होंने एक ऐसे भ्रष्टाचार के मामले का खुलासा किया। जिसके बारें में स्टडी करना भी कई लोगों के बस नहीं था। इस केस को हैंडल करने के दौरान रिंकू सिंह राही को सात बार गोली मारी गई थी।
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अपने आखिरी प्रयास में रिंकू सिंह राही ने सिविल सेवा परीक्षा में 683वां स्थान हासिल किया है। रिंकू राही यूपी के हापुड़ में Provincial civil service officer हैं। वर्ष 2008 में उन्होंने मुजफ्फरनगर में 83 करोड़ रुपये के स्कॉलरशिप घोटाले का खुलासा करने में अहम भूमिका निभाई थी। वे राज्य समाज कल्याण विभाग में अधिकारी हैं।
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40 साल के हो चुके राही ने कहा, ‘जब मुझे परेशान किया जा रहा था तो उस समय मैं व्यवस्था से नहीं लड़ रहा था बल्कि व्यवस्था मुझसे लड़ रही थी। मैं अस्पताल में चार महीनों तक रहा। मेडिकल पर मेरी छुट्टियों को अभी तक मंजूरी नहीं मिली है।’ राही ने बताया कि मायावती के कार्यकाल के दौरान उन पर हमला हुआ। उन्होंने कहा, ‘भाष्ट्राचार के खिलाफ आवाज उठाने के लिए मुझे समाजवादी पार्टी की सरकार में मनोरोगियों के वार्ड तक भेजा गया। यूपी में सरकार चाहे जिसकी रही हो, मेरी प्रताड़ना कम नहीं हुई।’