Kashi Vishwanath Temple: काशी में 300 मुसलमानों ने किया बाबा विश्वनाथ का दर्शन, लगाया हर हर महादेव का नारा…

300 Muslims visited Kashi Vishwanath Temple: 300 मुस्लिम महिला और पुरुषों ने किया काशी विश्वनाथ मंदिर में जलाभिषेक

  •  
  • Publish Date - March 1, 2024 / 02:22 PM IST,
    Updated On - March 1, 2024 / 02:22 PM IST

300 Muslims visited Kashi Vishwanath Temple: वाराणसी। ज्ञानवापी के व्यासजी तहखाने के पूजा विवाद के बीच 300 मुसलमानों का जत्था गुरुवार को लखनऊ से काशी पहुंचा। काशी पहुंच 300 मुस्लिम महिला और पुरुषों ने काशी विश्वनाथ मंदिर में जलभिषेक किया। इस दौरान मुस्लिम सदस्यों ने कट्टरपंथी मौलानाओं की बातों को ना सुनने का आग्रह किया और कहा कि हिंदू हमारे भाई हैं, हमारे पूर्वज सब एक ही थे।

Read more: Nyota Bhojan Yojana: CM विष्णु देव साय की अनूठी पहल, अब स्कूली बच्चों को ‘न्योता भोजन’ में मिलेगा पौष्टिक आहार…

वहीं मुसलमानों की काशी विश्वनाथ का दर्शन करने की सूचना मिलते ही लोगों की भीड़ लग गई। मुसलमान हर-हर महादेव का नारा और ओम नमः शिवाय की स्तुति के साथ गेट नंबर चार से ज्ञानवापी मंदिर में प्रवेश किए। सब चाहते है कि मंदिर का मसला अदालत के बाहर तय हो जाए और दोनों वर्गों के बीच शांति स्थापित हो।

बाबा का दर्शन कर बाहर निकले मुसलमान काफी खुश नजर आए। हर हर महादेव के साथ जय सियाराम का उद्घोष किया। विश्वनाथजी से दुआ मांगी की जल्द से जल्द यह मसला हल हो जाए। मुसलमानों का दल यहां दर्शन के बाद लमही स्थित सुभाष भवन पहुंचा और सुभाष मंदिर में दर्शन किया।

कट्टरपंथी मौलाना का हमेशा गलत बयान रहा

इसके साथ ही, मुस्लिम राष्‍ट्रीय मंच के सदस्‍‍‍‍‍‍यों ने कहा कि मौलाना तो हमेशा गलत बयान देते हैं। कुरान शरीफ में साफ- साफ लिखा है कि 1 लाख 24 हजार नबी इस दुनिया में आए हैं। इनमें से कुछ मुस्लिम थे लेकिन कुछ लोग हमेशा गलत बातें ही करते हैं।

Read more: CG BJP Candidate List 2024 : भाजपा ने छत्तीसगढ़ की चार सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम पर लगाई मुहर! जानिए किस सीट से किसे उतारा चुनावी मैदान में

भारत सत्यम, शिवम, सुंदरम की धरती है

300 Muslims visited Kashi Vishwanath Temple: मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के महामंत्री राजा रईस ने यह भी कहा कि चंद कट्टरपंथी लोग आखिर 1 अरब 15 करोड़ लोगों को कैसे चुनौती दे सकते हैं। भारत की संस्‍कृति महान है। यह सत्‍यम, शिवम और सुंदरम की धरती है। विदेशी ताकतों और अंग्रेजों की गुलामी के कारण कुछ लोग बहक गए हैं और अपनी संस्‍कृति को भूल रहे हैं।

 

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp