वाराणसी (उप्र), पांच दिसंबर (भाषा) वाराणसी के उदय प्रताप कॉलेज में परिसर में स्थित एक मस्जिद को लेकर बढ़ते तनाव के बीच पुलिस ने बृहस्पतिवार को बाहरी लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसके बाद अब केवल वैध पहचान पत्र वाले छात्र ही प्रवेश कर सकते हैं।
यह कदम मंगलवार को नमाज अदा किए जाने के दौरान मस्जिद के पास छात्रों द्वारा हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद हुए उपद्रव के बाद उठाया गया है।
स्थानीय पुलिस के अनुसार मंगलवार को हुए विवाद के बाद सात लोगों को कुछ समय के लिए हिरासत में लिया गया था।
छात्र नेता विवेकानंद सिंह ने कहा, ‘पुलिसकर्मी कॉलेज के गेट पर तैनात हैं और पहचान पत्र की जांच कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई बाहरी व्यक्ति परिसर में प्रवेश न कर सके। छात्रों का एक समूह भी गेट पर निगरानी कर रहा है।’
उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार को कोई भी नमाज अदा करने नहीं आया और शुक्रवार को ‘जुमे’ की नमाज के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरती जाएगी।
एक अन्य घटनाक्रम में, कॉलेज के छात्रों ने एक ‘छात्र अदालत’ का गठन करने के बाद उत्तर प्रदेश वक्फ बोर्ड को 11-सूत्रीय पत्र भेजा है, जिसमें मस्जिद की स्थिति और उसके स्वामित्व के बारे में 15 दिन में जवाब मांगा गया है।
इसके अलावा, अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव मोहम्मद यासीन ने कहा कि उन्होंने मंगलवार को ही मस्जिद की स्थिति की जांच करने के लिए उत्तर प्रदेश केंद्रीय वक्फ बोर्ड को पत्र लिखा था।
यासीन ने दावा किया कि ‘उत्तर प्रदेश केंद्रीय वक्फ बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि मस्जिद को वक्फ संपत्ति बताने वाला उसका 2018 का नोटिस 18 जनवरी, 2021 को रद्द कर दिया गया था। मौजूदा विवाद का कोई कारण नहीं है।’
छात्रों द्वारा कॉलेज परिसर में अनाधिकृत प्रवेश के बारे में चिंताओं का हवाला देते हुए मस्जिद में ‘बाहरी लोगों’ के नमाज़ अदा करने के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद तनाव पैदा हुआ।
एक स्थानीय अधिकारी ने कहा कि कॉलेज प्रबंधन ने परिसर में प्रवेश करने वालों के सत्यापन की मांग करते हुए प्रशासन से संपर्क किया था और पुलिस तब से सतर्क है।
भाषा सं सलीम जोहेब
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