उप्र : बलिया में पेड़ से लटकी मिली युवती; हत्या और आत्महत्या के अलग-अलग दावे
उप्र : बलिया में पेड़ से लटकी मिली युवती; हत्या और आत्महत्या के अलग-अलग दावे
बलिया (उप्र), 28 मार्च (भाषा) उत्तर प्रदेश में बलिया जिले के नगरा थाना क्षेत्र के सरयां गुलाब राय गांव में जामुन के एक पेड़ से लटकी मिली 20 वर्षीय युवती की मौत का मामला ‘‘हत्या और आत्महत्या’’ के विवाद में उलझ गया है। पुलिस ने यद्यपि आत्महत्या का दावा किया है, लेकिन परिवार का आरोप है कि युवती की हत्या की गयी है।
पुलिस को गत 23 मार्च को यह सूचना प्राप्त हुई कि नगरा थाना के अंतर्गत सरयां गुलाब राय गांव में एक युवती का शव पेड़ पर लटका हुआ है। युवती की शिनाख्त पूजा चौहान (20) के रूप में हुई।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) ओमवीर सिंह ने शुक्रवार को दावा किया कि युवती ने यूट्यूब वीडियो देखकर फांसी लगायी थी, हालांकि युवती के परिजनों ने पुलिस अधीक्षक के दावे को खारिज करते हुए कहा कि उसके साथ पहले दरिंदगी की गयी और फिर हत्या कर शव को पेड़ पर लटका दिया गया।
ओमवीर सिंह ने शुक्रवार को बताया कि लड़की ने यूट्यूब वीडियो देखने के बाद आत्महत्या कर ली। वह इस बात से परेशान थी कि उसके प्रेमी ने उसका मोबाइल नंबर ब्लॉक कर दिया था, जबकि उसकी शादी 25 अप्रैल को दूसरे युवक से होने वाली थी।’
एसपी ने बताया कि महिला ने आत्महत्या करने से पहले यूट्यूब पर आत्महत्या करने का वीडियो देखा था।
उन्होंने आगे बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट, इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य (कॉल रिकॉर्डिंग) और भौतिक साक्ष्य के आधार पर पुलिस आत्महत्या के नतीजे पर पहुंची।
एसपी ने बताया, ‘‘जब साक्ष्य जुटाए गए तो तकनीकी साक्ष्यों के माध्यम से यह स्पष्ट हो गया कि मामले में जिन लोगों पर संदेह था, उनकी भूमिका इसमें बहुत स्पष्ट नहीं है। अभी तक तो यही लग रहा है कि यह घटना पूरी तरह से आत्महत्या की ओर इशारा कर रही है, जबकि इस मामले में अभी जांच जारी है।’’
हालांकि, युवती के भाई ने पुलिस के दावे को खारिज करते हुए आरोप लगाया कि उसके गांव के चार लोगों ने उसकी बहन के साथ क्रूरता की और हत्या करके उसका शव पेड़ से लटका दिया।
इस घटना ने राजनीतिक विवाद का रूप ले लिया है।
समाजवादी पार्टी (सपा) महिला सभा की जिला अध्यक्ष कंचन भारती के नेतृत्व में 12-सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और अपना समर्थन जताया। उन्होंने इस मामले में न्याय की भी मांग की।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने इस घटना को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार की आलोचना की और उस पर महिलाओं की सुरक्षा में विफल रहने का आरोप लगाया।
पुलिस ने परिवार की शिकायत के आधार पर लड़की के गांव के चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिसमें शुरू में हत्या का आरोप लगाया गया था।
फिलहाल मामले की जांच जारी है।
भाषा सं आनन्द
सुरेश
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