Uttar Pradesh News
लखनऊ : Uttar Pradesh News उत्तर प्रदेश में दिन-ब-दिन बढ़ती गर्मी के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को यहां लू प्रबंधन के सम्बन्ध में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की और गर्मी के कारण होने वाली घटनाओं को लेकर तैयारियों की समीक्षा करते हुए सम्बन्धित विभागों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के कुछ जिलों में अभी से लू जैसी स्थिति उत्पन्न होने लगी है और ऐसे में सभी विभागों को सतर्कता के साथ कार्य करने की जरूरत है।
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उन्होंने कहा, “लू के कारण होने वाली जनहानि स्वीकार नहीं की जा सकती। क्षतिपूर्ति देकर इस तरह की जनहानि की भरपाई नहीं की जा सकती। हमारे लिए एक-एक जनहानि हमारा व्यक्तिगत नुकसान है। इन घटनाओं में पूरा परिवार तबाह हो जाता है, इसलिए प्रदेश के सभी जिलों व तहसील स्तर पर लोगों को लू के कारण, बचाव व तैयारी से सम्बन्धित तथ्यों को व्यापक प्रचार-प्रसार के माध्यम से अवगत कराया जाए।” आदित्यनाथ ने कहा कि सूचना विभाग के साथ समन्वय करते हुए प्रदेश के सभी जिले, तहसील व ब्लॉक मुख्यालयों में लू से बचाव के सम्बन्ध में व्यापक प्रचार-प्रसार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए डिजिटल डिस्प्ले, होर्डिंग, बिलबोर्ड समेत विभिन्न माध्यमों का प्रयोग किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न विज्ञापनों में भी बचाव और तैयारियों के विषय में जागरूकता फैलाई जानी चाहिए क्योंकि जनधन की हानि को रोकने के लिए यह आवश्यक है। उन्होंने भीड़-भाड़ वाली जगहों, बैंकों व अन्य संस्थानों में प्याऊ लगाकर शुद्ध जल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में उपयोग में लाए गए ‘वॉटर एटीएम’ को सभी जिलों में भेजा जाए और इसके माध्यम से लोगों को निःशुल्क पानी उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री ने बावड़ियों, तालाबों और छतों पर पानी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के जंगलों को अग्निकांड से बचाया जाना महत्वपूर्ण है और इसलिए यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी शरारती तत्व जंगलों में आगजनी की घटनाओं को अंजाम न दे सकें। आदित्यनाथ ने कहा कि जंगलों में आग की घटनाओं को रोकने के लिए वन क्षेत्रों में गश्त तेज की जाए।