बहराइच, आठ अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में ‘इंस्टाग्राम’ पर दो समुदायों के बच्चों के बीच उनके धर्मों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी से बढ़े बवाल के बीच पुलिस ने मंगलवार को आरोपी नाबालिग छात्र को हिरासत में ले लिया। पुलिस की एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार, शांति-व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश करने वाले धर्मगुरुओं व अराजक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि बहराइच जिले के नानपारा कस्बे में ‘इंस्टाग्राम’ पर दो समुदायों के बच्चों के बीच उनके धर्मों को लेकर आपत्तिजनक बातचीत के स्क्रीनशॉट सार्वजनिक होने के बाद सोमवार शाम तनाव फैल गया, जिसके बाद एक नाबालिग छात्र के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।
जिलाधिकारी मोनिका रानी व पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ल ने मंगलवार को अधिकारियों और पुलिस बल के साथ नानपारा कस्बे का दौरा किया।
पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने संवाददाताओं को बताया, “सोमवार को नानपारा में अव्यवस्था उत्पन्न की गयी, जिसपर बहुत गंभीरता पूर्वक संज्ञान लिया गया और एक समुदाय विशेष पर आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया।”
उन्होंने बताया, “मंगलवार को अभियुक्त को हिरासत में ले लिया गया लेकिन (दूसरे पक्ष से) कानून-व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास करने के मामले को भी बहुत गंभीरता से लिया गया है।”
शुक्ला ने बताया, “पुलिस ने वीडियोग्राफी कराई है और उसके आधार पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हमारे पास वीडियो साक्ष्य के रूप में उपलब्ध है और उसमें उकसाने वाले तत्वों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।”
उन्होंने त्यौहारों पर कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए कहा, “अराजक तत्वों द्वारा या कुछ धर्म गुरुओं द्वारा इस प्रकार सामाजिक सौहार्द खराब करने का ये जो प्रयास किया गया है, बहुत ही आपत्तिजनक व निंदनीय है। इसपर कार्रवाई होगी।”
इस बीच जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने नानपारा पहुंच कर जनप्रतिनिधियों व दोनों समुदायों के संभ्रांत लोगों के साथ बैठक की।
जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा, “लोगों से अपील की गई कि सोशल मीडिया का उपयोग पूरी सावधानी के साथ किया जाए। सोशल मीडिया पोस्ट यदि आपत्तिजनक हो जाय तो यह ऐसा खतरनाक हथियार साबित होता है, जिसके चलने के बाद परिणाम का किसी को पता नहीं होता।”
उन्होंने कहा, “बहराइच जिला अंतरराष्ट्रीय नेपाल सीमा से सटा है और यहां होने वाली गतिविधियों का संदेश देश के उस पार भी जाता है, इसलिए हमें अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है।”
पुलिस अधिकारी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
उन्होंने बताया कि पुलिस सभी समुदायों के त्यौहार शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने को प्रतिबद्ध है।
पुलिस के अनुसार, स्थानीय निवासी रहमत अली हाशमी की शिकायत पर नाबालिग बच्चे के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 298 (किसी भी वर्ग के धर्म का अपमान करने के इरादे से पूजा स्थल को नुकसान पहुंचाना या अपवित्र करना), 302 (शब्दों से किसी भी व्यक्ति की धार्मिक भावनाओं को आहत करना), 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान) और 353 (सार्वजनिक शरारत पैदा करने वाले बयान) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
पुलिस के अनुसार, हिरासत में लिये गए नाबालिग छात्र को मंगलवार को किशोर न्याय बोर्ड में पेश किया गया, जहां से उसे गोंडा स्थित बालकों के संप्रेषण गृह भेजा जा रहा है।
भाषा सं आनन्द जितेंद्र
जितेंद्र