उत्‍तर प्रदेश सरकार कांवड़ यात्रा में फिर कांवड़ियों पर हेलीकॉप्टर से फूल बरसाएगी

उत्‍तर प्रदेश सरकार कांवड़ यात्रा में फिर कांवड़ियों पर हेलीकॉप्टर से फूल बरसाएगी

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  • Publish Date - July 6, 2024 / 07:45 PM IST,
    Updated On - July 6, 2024 / 07:45 PM IST

मेरठ (उप्र), छह जुलाई (भाषा) उत्‍तर प्रदेश सरकार आगामी कांवड़ यात्रा पर हेलीकॉप्टर से निगरानी रखेगी और कांवड़ियों पर फूल भी बरसाएगी। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।

यहां जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार राज्य के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने मेरठ, सहारनपुर, अलीगढ़, मुरादाबाद मंडलों के वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों तथा उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।

यह बैठक मेरठ मंडलायुक्त सभागार में हुई। कांवड़ यात्रा 22 जुलाई के बाद शुरू होने की उम्मीद है।

बयान के अनुसार समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव ने बताया कि पूरी यात्रा पर हेलीकॉप्टर से निगरानी रखी जाएगी और पिछले वर्षों की तरह श्रद्धालुओं पर फूल भी बरसाए जाएंगे।

सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों के प्रति अच्छा व्यवहार बनाए रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांवड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और उन्हें सुविधाएं मुहैया कराना प्रशासन की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराना सरकार की प्राथमिकता है।

उन्होंने कहा कि कांवड़ शिविरों और कांवड़ मार्ग की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए और यात्रा को पूरी तरह प्लास्टिक मुक्त बनाया जाए।

मुख्य सचिव ने लोक निर्माण विभाग, एनएचएआई के अधिकारियों को कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाली सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के निर्देश दिए।

उन्होंने विद्युत विभाग के संबंधित अधिकारियों को मार्ग पर बिजली के तारों और खंभों को दुरुस्त करने के निर्देश दिए, ताकि कोई अप्रिय घटना न घटे।

इस दौरे में मुख्य सचिव और डीजीपी ने बाबा औघड़नाथ मंदिर पहुंचकर कांवड़ से जुड़ी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।

डीजीपी प्रशांत कुमार ने अधिकारियों से कहा कि स्थानीय लोगों को सूचित कर यात्रा के लिए मार्ग परिवर्तित किया जाए। उन्होंने उनसे कहा कि शिविर में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच की व्यवस्था की जाए, ताकि खाद्य विषाक्तता जैसी घटनाएं न हों।

उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि ध्वनि सीमा के अंदर ही संगीत चलाया जाए, आपराधिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाए और कोई भी मामला संज्ञान में आने पर तत्काल कार्रवाई की जाए।

भाषा सं आनन्द

राजकुमार

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