बलिया, 29 मार्च (भाषा) उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में एक युवती का शव पेड़ से लटका हुआ मिलने के मामले को लेकर कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय ने न्यायिक जांच की मांग की।
उन्होंने योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि प्रदेश में जंगल राज फैला हुआ है।
नगरा थानाक्षेत्र के सरयां गुलाब राय गांव में 20 वर्षीय युवती का शव जामुन के एक से लटका हुआ मिला था, जिसके बाद पुलिस हत्या और आत्महत्या के विवाद में उलझ गयी है।
पुलिस ने आत्महत्या का दावा किया जबकि परिवार ने हत्या का आरोप लगाया है।
पुलिस को गत 23 मार्च को सूचना मिली थी कि एक युवती का शव पेड़ पर लटका हुआ है।
पुलिस ने बताया कि युवती की शिनाख्त पूजा चौहान (20) के रूप में हुई।
राय शनिवार को सरयां गुलाब राय गांव पहुंचे और उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली।
राय ने संवाददाताओं से कहा, “बलिया जिले के नगरा थाना क्षेत्र के सरयां गुलाब राय गांव आया हूं। कुछ दिन पहले एक बच्ची की हत्या हो गयी। निश्चित रूप से यह हत्या है, आत्महत्या नहीं है।”
उन्होंने कहा, “योगी जी की सरकार में पुलिस निरंकुश हो गई है। मनमाने तरीके से जो चाह रहे हैं, बोलते जा रहे हैं। निश्चित रूप से सत्ता पक्ष का हाथ है। परिजनों पर समझौता के लिए दबाव बनाया जा रहा है। इसका मतलब है कि पूरे तरीके से इसको दबाया और अत्याचार किया जा रहा है।”
उन्होंने भरोसा देते हुए कहा, “कांग्रेस इनके साथ सड़क पर खड़ी है। बच्ची को न्याय नहीं मिला तो है आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। इसकी उच्च स्तरीय जांच और न्यायिक जांच कराई जाय।”
राय ने कहा, “पुलिस अधीक्षक ने कल बयान दिया था कि आत्महत्या प्रतीत हो रही है। अब पीछे हाथ बांधकर पेड़ में टांगा गया है। मैं तो एसपी (पुलिस अधीक्षक) साहब से यही कहूंगा कि पीछे हाथ बांधकर देख ले। क्या अपने हाथ से बांध सकते हैं। क्यों इस तरह की बात कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि इतने बड़े पद पर बैठकर इस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे जनता का विश्वास टूट रहा है और जनता पूरी तरह से दुखी है तथा थाने के चौकीदार अपनी बच्ची को न्याय नहीं दिला पा रहे हैं।
राय ने कहा कि कांग्रेस इनके साथ खड़ी है और सड़क से लेकर सदन तक लड़ेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार से मांग करता हूं कि उच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश से इसकी जांच कराएं क्योंकि पुलिस के द्वारा इनको न्याय नहीं मिलेगा।
राय ने ‘एक्स’ पर घटना को लेकर पोस्ट किया, “जिस लड़की का शव बरामद हुआ, उसके दोनों हाथ पीछे की ओर बंधे हुए थे। उसे देखकर कोई भी कह सकता है कि यह आत्महत्या नहीं हत्या है। लेकिन न जाने किस दबाव में बलिया पुलिस अधीक्षक इसे आत्महत्या का मामला बनाने पर तुले हुए हैं।”
उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश का ‘ईमानदार’ प्रशासन किसी मामले में तो निष्पक्षता से जांच कर ले। हालांकि कहीं इस मामले में भी तो सत्ता के किसी आदमी की मिलीभगत तो नहीं! वैसे भी बहन-बेटियों की आबरू का मखौल बनाने में तो ये सरकार उस्ताद है।”
भाषा सं आनन्द जितेंद्र
जितेंद्र