अलीगढ़/कानपुर/मैनपुरी, नौ नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि बबुआ अभी बालिग नहीं हुआ है।
आदित्यनाथ ने प्रदेश विधानसभा की नौ सीट पर उपचुनाव के लिए प्रचार करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों के पक्ष में रैलियों को संबोधित किया।
आदित्यनाथ ने खैर से सुरेंद्र दिलेर, सीसामऊ से सुरेश अवस्थी और करहल से अनुजेश यादव के लिए प्रचार किया।
योगी ने करहल में एक रैली को संबोधित करते हुए अखिलेश पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, “कुछ लोगों की प्रवृत्ति होती है, जो जिंदगी भर उनके साथ जुड़ जाती है। बबुआ (अखिलेश यादव) अभी बालिग नहीं हुआ है इसलिए कभी-कभी ऐसा काम कर देता है, जिससे मैनपुरी वालों के सामने भी संकट खड़ा हो जाता है।”
वर्ष 2019 लोकसभा चुनाव में सपा और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गठबंधन पर राजनीतिक विरोधियों ने अखिलेश को ‘बबुआ’ और बसपा प्रमुख मायावती को ‘बुआ’ नाम दिया था।
मुख्यमंत्री ने सपा कार्यकर्ताओं द्वारा पहनी जाने वाली लाल टोपी पर तंज कसते हुए कहा, “लाल टोपी-काले कारनामे को पनपने मत दीजिए। यह लोग षडयंत्र कर रहे हैं और फिर से उत्तर प्रदेश को अराजकता में धकेल देंगे।”
प्रदेश की फूलपुर, गाजियाबाद, मझवां, खैर, मीरापुर, सीसामऊ, कटेहरी, करहल और कुंदरकी विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को मतगणना होगी।
योगी ने कहा, “अखिलेश यादव का आचरण अपने पिता व सपा संस्थापक दिवंगत मुलायम सिंह यादव की भावनाओं के विरुद्ध है।”
सपा ने करहल सीट से अपने भतीजे तेजप्रताप यादव को उम्मीदवार बनाया है।
योगी ने आरोप लगाया, “अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी, कांग्रेस की गोदी में खेल रही है जबकि कांग्रेस ने ही आपातकाल में नेताजी (मुलायम सिंह यादव) को जेल में बंद किया था।”
उन्होंने कहा, “नेताजी हमेशा कांग्रेस का विरोध करते थे और वह कहते थे कि धोखे से भी इसके साथ नहीं रहना है लेकिन सपा अब नेताजी के मूल्यों-आदर्शों से खुद को दूर कर चुकी है।”
योगी ने कहा, “सपा नेतृत्व के कृत्यों से मुलायम सिंह यादव को कष्ट हो रहा होगा कि उनका सपूत सपा को कांग्रेस के पास गिरवी रखकर पार्टी का सत्यानाश करने पर उतारू हो गया है।”
योगी ने समाजवादी पार्टी को ‘रामद्रोही’ करार दिया।
उन्होंने कहा, “सपा के नेता राम मंदिर का दर्शन करने नहीं गए क्योंकि उन्हें लगता था कि वोट बैंक खिसक जाएगा। करहलवासी उनसे कहें कि आप कृष्ण-कन्हैया का सम्मान नहीं कर सकते तो हमारा वोट लेने क्यों आते हैं। हम आपसे ‘बाय-बय’ करते हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “भाजपा ने कहा था कि रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे और भाजपा ने करके दिखा दिया। श्री कृष्ण-कन्हैया हम आएंगे, मथुरा में भी जनभावना का सम्मान कराएंगे, क्या सपा इस पर सहमत है।”
योगी ने पूछा, “क्या समाजवादी पार्टी मथुरा-वृंदावन को लेकर सरकार की सोच का समर्थन करेगी? उन्हें वोट चाहिए, लेकिन कृष्ण-कन्हैया का सम्मान नहीं। वे इस पर मौन हैं।”
मुख्यमंत्री ने खैर विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणाम के जरिए जनता ने जवाब दे दिया कि वह ‘डबल इंजन’ सरकार चाहती है।
उन्होंने कहा, “अलीगढ़ के जिस राजा महेंद्र प्रताप सिंह को कांग्रेस ने भुला दिया था, हम लोगों ने उनके नाम पर राज्य विश्वविद्यालय बनाया है। यह विश्वविद्यालय आपकी कई पीढ़ियों को बनाएगा। इसे प्रतिस्पर्धा में लेकर आना है कि राजा महेंद्र सिंह विश्वविद्यालय आगे बढ़ता है या एएमयू (अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय)।”
योगी ने शनिवार को जारी एक आधिकारिक बयान में कहा, “अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को अल्पसंख्यक संस्था के रूप में स्थापित करना चाहिए या सामान्य संस्था के रूप में रहना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “भारत के संसाधनों से संचालित और जनता के कर से चलने वाला ऐसा संस्थान, जो पिछड़ी, अनुसूचित जाति या जनजाति के लोगों को आरक्षण नहीं देता लेकिन मुसलमानों के लिए स्वयं के माध्यम से 50 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था कर रहे है।”
योगी ने सवाल किया, “भारत का संविधान अनुसूचित जाति-जनजाति व मंडल कमीशन की रिपोर्ट के आधार पर पिछड़ी जाति के लोगों को आरक्षण की सुविधा देता है लेकिन एएमयू में यह सुविधा क्यों नहीं मिल पाती है?”
उन्होंने जोर देकर कहा, “जब भारत का पैसा लगा है तो वहां भी इन्हें आरक्षण की सुविधा का लाभ मिलना चाहिए। नौकरी और प्रवेश में भी यह सुविधा मिलनी चाहिए। इसे क्यों बंद किया गया क्योंकि कांग्रेस-सपा, बसपा नहीं चाहती है। वोट बैंक बचाने के लिए यह लोग आपकी भावना व राष्ट्रीय एकता-अखंडता, अस्मिता के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।”
योगी ने मतदाताओं को सावधान करते हुए कहा, “कांग्रेस जब भी सफल होगी, तब आपको विभाजित करके सफल होगी। इसलिए बंटिए मत, जब बंटे थे तो कटे थे। एक रहेंगे तो नेक और सुरक्षित रहेंगे।”
योगी ने कानपुर में कहा कि राजू पाल-उमेश पाल की हत्या होती है तो सपा क्यों मौन रहती है।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह (सपा और कांग्रेस) माफिया व अपराधी प्रवृत्ति के तत्वों और दंगाइयों को गले लगाकर प्रदेश को दंगे की आग में झोंकने का प्रयास करते हैं।
योगी ने पूर्व विधायक इरफान सोलंकी, पूर्व मंत्री आजम खान आदि का नाम लिए बिना कहा, “कानपुर का दंगाई जेल की सलाखों में है। दलितों व वाल्मीकि समुदाय की जमीन पर कब्जा करने वाला सपा सरकार का पूर्व मंत्री जेल में है। सपा उसे निर्दोष मानती है।”
योगी ने फूलपुर के पूर्व सांसद अतीक अहमद और मऊ के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी का नाम लिए बिना कहा, “प्रयागराज हो या गाजीपुर के माफिया, सपा निर्दोष नागरिकों पर संवेदना नहीं व्यक्त करती लेकिन माफिया के यहां फातिहा पढ़ने चले जाते हैं।”
योगी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “1984 में सिख बंधुओं के साथ जिस निर्ममता के साथ बर्बर अत्याचार किया था, यह कांग्रेस के चेहरे को दिखाता है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि सपा-बसपा व कांग्रेस एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं। भाषा आनन्द जितेंद्र
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