भदोही, 19 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के एक गांव में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत फर्जी मुकदमा दर्ज कराने के आरोप में दलित समाज की एक महिला और आठ अन्य लोगों के एक गुट के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि इस गुट के कारण पूरे गांव और ब्राह्मणों में भय का माहौल है। इस मामले में कृष्णा पांडेय की तहरीर पर एक महिला समेत नौ लोगों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक मीनाक्षी कात्यायन ने बताया की जिले के गोपीगंज थाना क्षेत्र के जंगलपुर गांव निवासी कृष्णा पांडेय ने दर्ज मुकदमे में आरोप लगाया है कि दलित समाज की संगीता एक झगड़ालू किस्म की महिला है और इसने एक गुट बना रखा है जिसमें देवराज, ढकेलू, खेमराज, हरिश्चंद्र, रघु, सूरज, पवन और रिंकू शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि आरोप है कि यह गुट गांव में ब्राह्मण समाज के कई लोगों पर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत कई फर्जी मुकदमे दर्ज करा चुका है। इसमें प्रमुख रूप से संगीता ने उच्च वर्ग के कई लोगों पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराया है।
कृष्णा पांडेय का आरोप है की उनकी पुश्तैनी खेती की जमीन पर कब्जे के उद्देश्य से इस गुट ने जमीन के नीचे से नाली बना ली और विरोध करने पर गाली गलौज कर मुकदमे में फंसाने की धमकी दी है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया की 14 दिसंबर को जब कृष्णा ट्रैक्टर लेकर खेत जोतने जा रहा था तो इस गुट के लोगों ने भद्दी भद्दी गालियां देकर खेत जोतने से रोक दिया। इसके बाद 16 दिसंबर को कृष्णा ने जब खेत में बीज डाले तो दलित समाज के इस गुट ने खेत में जबर्दस्ती पानी भर दिया।
भाषा
सं, राजेंद्र, रवि कांत रवि कांत