उत्तर प्रदेश : जानवर के हमले में तीन लोग घायल, गांव वालों ने भेड़िये पर जताया शक

उत्तर प्रदेश : जानवर के हमले में तीन लोग घायल, गांव वालों ने भेड़िये पर जताया शक

  •  
  • Publish Date - September 13, 2024 / 04:47 PM IST,
    Updated On - September 13, 2024 / 04:47 PM IST

बहराइच, 13 सितम्बर (भाषा) उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले की महसी तहसील के भेड़िया प्रभावित इलाके के तीन अलग-अलग गांवों में हिंसक वन्यजीव ने हमला कर छह वर्षीय एक बच्चे और दो महिलाओं को घायल कर दिया। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

गांववाले इसे तथाकथित भेड़िए द्वारा किया गया हमला बता रहे हैं जबकि वन विभाग के अधिकारी व भेड़िया विशेषज्ञ वैज्ञानिक इसे सियार अथवा कुत्तों द्वारा किया गया हमला करार दे रहे हैं।

हाल ही में छह भेड़ियों के एक झुंड ने महसी तहसील के करीब 50 गांवों के हजारों लोगों को दहशत में डाला हुआ है। अधिकारी बीते मंगलवार तक छह में से पांच भेड़ियों को पकड़ चुके हैं जबकि एक मात्र बचे भेड़िए को पकड़ने के लिए वन विभाग पूरी कोशिश में जुटा है।

हमले में घायल महिला के परिजनों ने बताया, “” सिंगिया नसीरपुर गांव में बृहस्पतिवार रात साढ़े 10 बजे गुड़िया नाम की महिला (26) घर के कमरे में अपनी बेटी को सुला रही थी कि तभी भेड़िए ने हमला कर महिला के गले और चेहरे को जख्मी कर दिया।

उन्होंने बताया कि महिला को बहराइच के जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज किया जा रहा है।

अधिकारियों ने बताया कि दूसरी घटना हरदी थानांतर्गत नरकोटवा गांव की है, जहां बृहस्पतिवार और शुक्रवार की दरमियानी रात करीब एक बजे ननकऊ (छह) पर एक अज्ञात हिंसक जानवर ने हमला कर उसे घायल कर दिया।

उन्होंने बताया कि तीसरी घटना देर रात करीब दो बजे महसी तहसील के सम्मनपुरवा गांव में हुई, जहां मुकिमुन्निशा (45) नाम की महिला पर भेड़िए ने पीछे से हमला कर उन्हें घायल कर दिया। मुकिमुन्निशा को भी इलाज के लिए बहराइच के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

प्रभागीय वनाधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने अधिकारिक बयान में बताया, “तीनों घटनाओं के लिए देहरादून से आए डब्ल्यू.आई.आई. के विशेषज्ञ वैज्ञानिक डॉ. शहीर खान को शुरुआती जांच में किसी जानवर का पद चिन्ह नहीं मिला है अथवा आसपास सियार व कुत्तों के पैरों के निशान मिले हैं। भेड़िए के पदचिन्ह कहीं नहीं मिले हैं। सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कर उनका इलाज कराया जा रहा है।”

भाषा सं जफर जितेंद्र

जितेंद्र