लखनऊ, 17 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि सरकार ने साढ़े सात वर्ष में करीब सात लाख लोगों को विभिन्न विभागों में भर्ती किया है।
योगी ने कहा कि 2012-17 के बीच में प्रदेश की बेरोजगारी दर 19 फीसदी से अधिक थी और आज यह 2.4 प्रतिशत है तथा यह चीजें दिखाती हैं कि सरकार के कदम अच्छी दिशा में आगे बढ़े हैं।
विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को प्रश्नकाल के बाद नेता सदन व मुख्यमंत्री योगी ने मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्यों को जवाब देते हुए कहा, ”हमारी सरकार ने सात-साढ़े सात वर्ष में सिंचाई, वन, स्वास्थ्य समेत अन्य विभागों में लगभग सात लाख लोगों की भर्ती की प्रक्रिया को पूरा किया है।”
सपा सदस्य मनोज पारस, पूजा और पंकज पटेल समेत कई सदस्यों ने नियम-56(सदन की कार्यवाही रोककर चर्चा) के तहत बेरोजगारी पर चर्चा कराने की मांग की थी। मनोज पारस और पंकज पटेल ने सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया। पारस ने कहा कि उप्र की बेरोजगारी दर 9.8 प्रतिशत है। पंकज पटेल ने कहा कि सरकार बेरोजगारी खत्म नहीं करना चाहती है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ”भर्ती की प्रक्रिया पारदर्शिता और ईमानदारी से हुई है, इस पर कोई प्रश्न नहीं खड़ा कर सकता है।”
योगी ने कहा कि उनकी सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में 1.60 लाख से अधिक भर्तियां कीं।
उन्होंने कहा कि आरक्षण के नियमों का अक्षरशः पालन हो रहा है और उप्र. शिक्षा सेवा चयन आयोग विभिन्न विभागों से अधियाचन (मांग) मांगकर नियुक्ति की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस बल में 1.56 लाख पुलिस कर्मियों की भर्ती हो चुकी है। योगी ने कहा कि 22,700 से अधिक महिलाएं पुलिस बल में शामिल हुई हैं।
भर्तियों को लेकर पूर्ववर्ती सपा सरकार पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हाईस्कूल-इंटर, स्नातक ‘थर्ड डिवीजन’ पास व्यक्ति को उप्र लोकसेवा आयोग का अध्यक्ष बना दिया गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा, “2017 से पहले उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की स्थिति क्या थी। कौन नहीं जानता कि क्या होता था। आप लोग भूल गए, जब 86 एसडीएम (उप जिलाधिकारी) पद में से 56 एक ही जाति विशेष के लोग भर दिए गए। दूसरा, वही प्रयागराज है जहां लोक सेवा आयोग के कार्यालय में महीनों तक प्रदेश के नौजवानों ने धरना दिया था।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि समग्र शिक्षा (बेसिक, माध्यमिक, उच्च, तकनीकी, व्यावसायिक, चिकित्सा शिक्षा) को लेकर नया चयन बोर्ड (उप्र. शिक्षा सेवा चयन आयोग) बनकर तैयार है जो विभिन्न विभागों से अधियाचन मांगकर नियुक्ति की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहा है।
योगी ने कहा कि पिछले सत्र में पेपर लीक की घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए सार्वजनिक परीक्षा व अनुचित साधनों की रोकथाम अधिनियम -2024 को पारित किया गया जिससे प्रदेश के युवाओं को ईमानदारी व पारदर्शिता के साथ सरकारी नौकरियां प्राप्त हो रही हैं।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली सरकारों ने शिक्षा की गुणवत्ता के साथ खिलवाड़ किया था तथा शिक्षामित्रों को सहायक शिक्षक के रूप में भर्ती किया था।
उन्होंने कहा, “माननीय उच्चतम न्यायालय ने उन्हें खारिज करके सेवाओं को समाप्त करने का आदेश किया था, लेकिन राज्य सरकार ने उन्हें निश्चित मानदेय पर रखा है। वे सभी शिक्षामित्र भी यथावत कार्य कर रहे हैं।”
मुख्यमंत्री ने बिना नाम लिए कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाद्रा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “कल कांग्रेस की एक संसद में फलस्तीन का बैग लेकर घूम रही थीं और हम उप्र के नौजवानों को इजराइल भेज रहे हैं।”
उन्होंने विपक्षी सदस्यों को सरकार की योजनाओं और नीतियों को समझने का भी सुझाव दिया और कहा कि प्रदेश के नौजवानों के हितों के लिए सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं।
योगी ने कहा, “सदन में कुम्भ पर भी चर्चा होगी और मुझे लगता है कि उत्तर प्रदेश को वैश्विक मंच पर पेश करने का कुम्भ हमारे लिए एक अवसर होगा , लेकिन इसके लिए अच्छा बोलना और सोचना पड़ेगा, नकारात्मकता को हटाना पड़ेगा।”
उन्होंने कहा, “विपक्ष का मतलब नकारात्मक नहीं हो सकता है। विपक्ष का मतलब हर चीज में बुराई करना नहीं हो सकता है। कुछ अच्छा भी करिए, अच्छा सोचिए, अच्छी दिशा में चलिए, अच्छी दिशा में चलेंगे तो आगे अच्छा ही देखने को मिलेगा… नकारात्मकता किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता है।”
योगी ने कहा कि उप्र के अब तक लगभग 5,600 से अधिक नौजवान इजराइल में निर्माण कार्य करने गए हैं।
उन्होंने कहा, “हर नौजवान को वहां रहने और खाने की निःशुल्क सुविधा के साथ डेढ़ लाख रुपये अतिरिक्त मिल रहे हैं। उन्हें सुरक्षा की भी पूरी गारंटी है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के नौजवानों के कौशल की ताकत को आज दुनिया मान रही है।
योगी ने कहा कि 12 लाख से अधिक युवाओं को इस कौशल विकास मिशन से जोड़ा गया है तथा छह लाख से अधिक नौजवान इसके माध्यम से रोजगार प्राप्त किए हैं।
किसानों के हक में चलाई जाने वाली योजनाओं की विस्तार से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग कैसे चलने चाहिए ,चीनी उद्योग इसका सबसे बड़ा प्रमाण है।
उन्होंने कहा, “ आप लोग (विपक्ष) चीनी उद्योगों को बेच रहे थे, तबाह कर रहे थे, आज 120 चीनी मिलें अकेले उत्तर प्रदेश चला रहा है और उनमें से 100 चीनी मिलें ऐसी हैं जो एक सप्ताह से दस दिन के अंदर गन्ना मूल्य का भुगतान कर रही हैं।”
भाषा आनन्द नोमान
नोमान