उत्तर प्रदेश। लखनऊ में टेम्पो और ई-रिक्शा में सवार लोगों के साथ टप्पेबाजी करने वाली जेठानी- देवरानी गिरोह की तीन महिलाओं और एक बच्ची को लोगों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपित महिलाओं के कब्जे से चोरी का एक मंगलसूत्र बरामद हुआ है। आरोपित महिलाए भीड़-भाड़ और मेला लगने वाली जगह पर लोगों को अपना निशाना बनाती है और घटना को अंजाम देकर यह सभी अपने अपने घर वपास लौट जाती हैं।
पुलिस के मुताबिक मानसनगर निवासी प्रज्ञालता ने मुकदमा दर्ज कराया था कि रविवार को अपनी सास के साथ आटो से अजंता हॉस्पिटल जा रही थी। अवध चौराहे के पास उनके आटो पर तीन महिलाएं और एक किशोरी आकर बैठ गई। आटो में बैठते ही वह उल्टी करने लगी। इस बीच किसी ने उनका मंगलसूत्र चोरी कर लिया। उन्होंने मंगलसूत्र तलाशा पर कुछ पता नहीं चला। इसके बाद वह दूसरे आटो में बैठकर अजंता अस्पताल पहुंचकर वहां मौजदू परिजनों को अपनी आपबीती बताई। इसके बाद परिवार वाले आरोपित महिलाओं को खोजते हुए वह सभी लोग अवध चौराहे के पास पहुंचे तो वहां वह महिलाएं खड़ी थी। जिन्हें पकड़कर कृष्णानगर पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस के मुताबिक टप्पेबाज महिलाओं का यह गिरोह मध्यप्रदेश के राजगढ़ का है। धीरे- धीरे ये गिरोह की महिलाएं जगह- जगह फैल गई हैं। जो महिलाएं गिरफ्त में आई हैं वह मऊ के गिरोह हैं। यह महिलाएं ट्रेन से दूसरे शहर जाती हैं। इसके बाद ऑटो से अस्पताल व मंदिर के आसपास जाती हैं। आटो वाला भी गिरोह का ही सदस्य रहता है। सवारी बैठते ही यह अजीबो- गरीब हरकत करने लगती हैं। जिससे सवारी का ध्यान भटक जाता है। इस वह जेवर और रुपये चोरी कर लेती हैं।
गिरफ्त में आई महिलाओं ने बताया कि 10 से 15 दिन घटनाओं को अंजाम देने के बाद वह सभी दूसरे शहर चली जाती हैं। जिससे वह पकड़ में न आएं। पुलिस के मुताबिक गिरोह में शामिल सभी महिलाएं एक ही परिवार की रहती हैं। इनकी शादी रिश्तेदारी में ही होती हैं। जिसके कारण इस महिलाओं का गिरोह जेठानी-देवरानी गिरोह के नाम से जाना जाता है। इंस्पेक्टर कृष्णानगर के मुताबिक आरोपित महिलाओं की पहवान मऊ के चिरैयाकोट निवासी सोना कुमारी (25), नंदनी कुमारी (20), रानी कुमारी (20) के रूप में हुई। साथ में एक आठ वर्षीय बच्ची भी थी। आरापितों के कब्जे से चोरी किया हुआ मंगलसूत्र बरामद हुआ है।