लखनऊ, 28 दिसंबर (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के अंत्येष्टि स्थल और स्मारक के चयन को लेकर केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि इस मामले में कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए।
गृह मंत्रालय ने कहा था कि सिंह का अंतिम संस्कार शनिवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ नयी दिल्ली के निगमबोध घाट पर पूर्वाह्न 11 बजकर 45 मिनट किया जाएगा। राजनीतिक दलों ने इसके बाद ही हमले करने शुरू कर दिए।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार देर रात सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘देश के पूर्व प्रधानमंत्री (मनमोहन सिंह) जी की समाधि के संदर्भ में सम्मान की परंपरा का निर्वहन होना चाहिए। इस विषय पर न किसी राजनीति की आवश्यकता है, न होनी चाहिए।’’
यादव ने कहा, ‘‘डॉ. मनमोहन सिंह जी की समाधि राजघाट पर ही बननी चाहिए। भाजपा अपनी संकीर्ण सोच का अनुचित उदाहरण प्रस्तुत न करे। इतिहास भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) को उसके इस नकारात्मक नजरिये के लिए कभी माफ नहीं करेगा।’’
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी ‘एक्स’ पर एक ‘पोस्ट’ के जरिए नसीहत देते हुए शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार को देश के पहले सिख प्रधानमंत्री रहे डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार उसी स्थान पर करना चाहिए और उनके सम्मान में उसी स्थान पर स्मारक बनवाना चाहिए जहां उनके परिवार की दिली इच्छा है।
मायावती ने कहा, ‘‘इसके लिए कोई राजनीति करना ठीक नहीं है और इन मामलों में यदि केंद्र सरकार उनके परिवार एवं सिख समाज की भी भावनाओं का सम्मान करती है तो यह उचित होगा।’’
पूर्व प्रधानमंत्री का बृहस्पतिवार की रात निधन हो गया था। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार रात कहा था कि सरकार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए स्थान आवंटित करेगी और इस बारे में उनके परिवार तथा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को सूचित कर दिया गया है।
‘‘पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक के संबंध में तथ्य’’ शीर्षक से देर रात जारी एक विज्ञप्ति में मंत्रालय ने कहा कि सरकार को कांग्रेस प्रमुख खरगे से सिंह के स्मारक के लिए स्थान आवंटित करने का अनुरोध प्राप्त हुआ है।
कैबिनेट की बैठक के तुरंत बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खरगे और मनमोहन सिंह के परिवार को सूचित किया कि सरकार स्मारक के लिए स्थान आवंटित करेगी।
खरगे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि पूर्व प्रधानमंत्री सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए जहां उनका एक स्मारक बन सके।
कांग्रेस ने शुक्रवार को आरोप लगाया था कि मनमोहन सिंह की अंत्येष्टि और स्मारक के लिए सरकार द्वारा स्थान नहीं ढूंढ पाना भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री का जानबूझकर किया गया अपमान है।
भाषा आनन्द सिम्मी
सिम्मी