लखनऊ, पांच अक्टूबर (भाषा) पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां करने के आरोप में गाजियाबाद में स्थित डासना देवी मंदिर के मुख्य पुजारी यति नरसिंहानंद के खिलाफ शनिवार को तहरीर देने जा रहीं मशहूर शायर दिवंगत मुनव्वर राणा की बेटी और समाजवादी पार्टी की नेता सुमैय्या राणा को पुलिस ने कथित तौर पर उनके घर में ही रोक (नजरबंद) दिया। यह दावा राणा ने किया।
हालांकि पुलिस ने उन्हें घर में नजरबंद करने की बात से इंकार करते हुए कहा कि राणा की तहरीर लेकर नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।
सुमैय्या राणा ने शनिवार शाम को ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा कि पैगंबर मुहम्मद साहब के बारे में अमर्यादित टिप्पणी करने वाले यति नरसिंहानंद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए आज उन्हें और महिला कार्यकर्ताओं को तहरीर देने कैसरबाग कोतवाली जाना था और फिर वहां से परिवर्तन चौक तक एक कैंडल मार्च निकालना था।
उन्होंने कहा कि पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे पुलिसकर्मी उनके आवास आ गए और जब उन्होंने किसी वरिष्ठ अधिकारी को बुलाने के लिए कहा तो सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) को बुलाया गया।
राणा ने कहा कि एसीपी को तहरीर दी, जिसमें यति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग की गयी है।
राणा ने कहा कि उन्होंने एसीपी रत्नेश सिंह से साफ कहा कि अगर इस तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई नहीं हुई तो कोतवाली का घेराव किया जाएगा।
राणा ने कहा, “इस तरह की बयानबाजियों से माहौल बिगड़ता है, सोशल मीडिया का जमाना है, बात एक दायरे में नहीं रह पाती, देश-विदेश तक फैलती है, इससे कहीं न कहीं देश की छवि भी धूमिल होती है।”
उन्होंने कहा कि यति नरसिंहानंद टिप्पणी न केवल धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाती हैं बल्कि समाज में सांप्रदायिक सौहार्द भी बिगाड़ती है।
उन्होंने कहा कि यति ने पैगंबर के खिलाफ आपत्तिजनक बयानबाजी करके धार्मिक भावनाओं को आहत किया है और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाया जाए।
कैसरबाग के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) रत्नेश सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में इस बात से इंकार किया कि राणा को नजरबंद किया गया है।
एसीपी ने कहा कि राणा को इस मामले (यति नरसिंहानंद) में एक तहरीर देनी थी और उन्होंने तहरीर दी है, जिसे स्वीकार कर लिया गया है।
प्राथमिकी दर्ज किये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि नियमानुसार जो भी कार्रवाई होगी , पुलिस करेगी और कैसरबाग थाना प्रभारी को तहरीर दे दी गयी है। एसीपी ने कहा कि कानून-व्यवस्था के लिए कहीं कोई समस्या नहीं है।
भाषा आनन्द जोहेब
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